कांग्रेस फिर झमेलों में उलझी: कार्यकर्ताओं को नहीं मिले पद, इंतजार फिर हुआ लंबा

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    जयपुर। प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले है। चुनाव से पहले कांग्रेस की संगठन को मजबूती देने की कवायद जारी है। कांग्रेस संगठन में बड़े स्तर पर चुनाव और नियुक्तियां होनी हैं। उनकी शुरुआत ब्लॉक स्तर के चुनाव से हो भी चुकी है। ब्लॉक अध्यक्षों के चुनाव 31 मई तक संपन्न होने थे लेकिन चिंतन शिविर के चलते बाद में इसकी अवधि को बढ़ाकर 10 जून कर दिया गया था। उसके बाद राज्यसभा चुनाव के कारण इसे और आगे बढ़ाकर 15 जून कर दिया गया था। पार्टी की ओर से कहा जा रहा है कि ब्लॉक अध्यक्षों की चुनाव प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। लेकिन पार्टी की ओर से अभी तक भी निर्वाचित हुए ब्लॉक अध्यक्षों की सूची जारी नहीं की गई है।

    बंद लिफाफों में सौंपे जा चुके है नाम
    कांग्रेस चुनाव की प्रक्रिया तो पूरी कर चुकी है और बीआरओ की ओर से बंद लिफाफों में पदाधिकारियों के नाम भी सौंपे जा चुके हैं। लेकिन अब पार्टी दूसरी तरह के झमेलों में उलझ गई है। इसके चलते ब्लॉक अध्यक्षों के नाम घोषित करने में देरी हो रही है। पहले राज्यसभा चुनाव के चलते प्रक्रिया में देरी हुई थी और अब राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के मामले पर पूरी पार्टी उद्वेलित और आंदोलित है। इसके कारण दूसरे सभी काम ठंडे बस्ते में है।

    अब सभी स्तरों पर देरी की आशंका
    कांग्रेस के पास ब्लॉक अध्यक्षों के नाम आ चुके हैं। चुनाव प्रभारी संजय निरुपम और प्रदेश प्रभारी अजय माकन के बीच चर्चा के बाद सूची जारी की जानी है। लेकिन अब इसमें देरी होती हुई नजर आ रही है। ब्लॉक स्तर के चुनाव के बाद जिला और उसके बाद प्रदेश स्तर के चुनाव होने हैं। लेकिन अब इन सभी स्तरों पर ही देरी होने की आशंकाएं खड़ी हो गई हैं। पार्टी का दावा 15 अगस्त 2022 तक करीब 6 लाख पदाधिकारियों की सेना तैयार की जाएगी।