जातिवाद पर राजनीती करने में विश्वास रखती है – कांग्रेस

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विपक्ष – अर्थात विरोधी दल। हमेशा से जातिवाद पर राजनीती करने वाली कांग्रेस आज भी जातिवाद पर ही राजनीती करने में विश्वास रखती है। यकीन नहीं आता तो कुछ तथ्य रख रहा हूँ आपके सामने उन्हें पढ़ें और खुद फैसला करें

– कांग्रेस ने 60 साल तक दलित और कमजोर वर्गों को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया तथा कभी अपने पैरों पर खड़ा नहीं होने दिया। हमेशा गरीब को हटाने की बात की और कभी भी गरीबी हटाने की बात नहीं की।

– जैसा की आप सब जानते है की राजस्थान विधानसभा में मानसून सत्र शुरू हो गया है और विपक्ष को जनता के विकास से जुड़े मुद्दों को उठाना चाहिए लेकिन कांग्रेस को तो आप जानते ही हैं की विकास से उनका कोई नाता नहीं और फिर से राजस्थान को जाति के आधार पर बाटनें में लगी है।

– अब विधानसभा में कांग्रेस को गरीब खूब याद आ रहा है, लेकिन वह तब कहां थे, जब पिछली कांग्रेस सरकार के समय राजस्थान दलित अत्याचार में पहले पायदान पर था।

– बीकानेर में एक दलित युवती की मौत के प्रकरण में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं लेकिन वसुंधरा सरकार ने तो पहले ही इस प्रकरण में पुलिस से निष्पक्ष जांच करवाई है और इस मामले में आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया गया है। जब Case खत्म हो गया और परिजन भी संतुष्ट है तो फिर किस बात का मुद्दा उठा रही है यह कांग्रेस?

– कांग्रेस की पिछली सरकार के शासन में दलित महिला भंवरी देवी का शोषण उन्हीं की सरकार में बैठे लोगों ने किया। भंवरी देवी उस समय अपनी जान बचाने की गुहार लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी से भी मिलीं और दिल्ली जाकर भी गिडगिडाई लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी। कांग्रेस सरकार ने उसकी 150 सीडी गायब कर दी, क्योंकि उसमें उनकी यहां और वहां की सरकार के कई बडें चेहरे शामिल थे। उनकी सरकार के मंत्री बाबूलाल नागर पर महिला शोषण के गंभीर आरोप लगे, तब कांग्रेस के लीडर्स कहा थे?

– कांग्रेस सरकार में उनके द्वारा नियुक्त राज्यपाल माग्र्रेट आल्वा जी ने ही उदयपुर में आदिवासी कल्याण की योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर नाराजगी जताई थी।

– हाईकोर्ट ने अशोक गहलोत जी के राज के समय 24 नवम्बर, 2012 को यह तक कह दिया था कि ‘राज्य में गरीब लोग अपने आपको सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं।’

मैं आम नागरिक कांग्रेस को इतना ही कहना चाहूंगा की जनता के पैसे से चलती है विधानसभा। हम लोग जो पैसा टैक्स के रूप में देते हैं उस पैसे से चलती है विधानसभा। एक दिन भी अगर विधानसभा में काम सही से न हो तो जनता के पैसों का गलत इस्तेमाल माना जाएगा। लेकिन कांग्रेस ने जनता को तो हमेशा से ही लूटा है तो उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। कांग्रेस सत्ता में हो या सत्ता से बहार उन्होंने हमारा नुक्सान ही करना है। कांग्रेस को समझना चाहिए की राजस्थान के लोग अब जातिवाद पर राजनीती नहीं होने देगें और जो विकास की बात करेगा उसी का साथ देगें। कांग्रेस ने हमेशा यही चाहा कि गरीब हमेशा गरीब एवं अशिक्षित ही रहे ताकि उसे अपनी तरक्की के बारे में सोचने का समय ही नहीं मिले। कांग्रेस की और हमारी सोच में यही फर्क है। उनको दलितों और गरीबों की याद केवल वोट के वक्त आती है।