
28 नवंबर को राजस्थान के उदयपुर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने 100 करोड़ रुपए की लागत से बने प्रताप गौरव केन्द्र का लोकार्पण किया। इस अवसर पर सीएम वसुंधरा राजे ने प्रदेश में राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रन्नोति प्राधिकरण ने ऐतिहासिक स्थलों और प्रमुख मंदिरों को लेकर जो काम कराए, उन्हें विस्तार से गिनाया। हालांकि अपने भाषण में राजे ने प्राधिकरण के अध्यक्ष औंकार सिंह लखावत का नाम नहीं लिया, लेकिन भागवत को बताया कि देशनोक में करणी माता, पोकरण में रामदेवरा, पुष्कर में बुढ़ा पुष्कर, चित्तौड़, झुंझुनूं, जोधपुर, राजसमंद, जालौर, उदयपुर, बांसवाड़ा आदि में ऐतिहासिक स्थलों का संरक्षण किया गया और इन्हीं स्थानों पर इतिहास की जानकारी दी गई। इतना ही नहीं सालासर, खाटु श्याम जी, चारभुजा, नाथद्वारा आदि मंदिरों के सौन्दर्यीकरण का काम भी किया गया। राजे ने भागवत को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार राजस्थान के गौरव और इतिहास को संग्रहित करने का बड़ा काम कर रही है ताकि आने वाली पीढ़ी अपने पूर्वजों की वीरता से सीख ले सकें।