
राजस्थान सरकार ने राजस्थान को विश्व मानचित्र के पटल पर एक बार फिर से पहचान दिलाने का ऐतिहासिक कार्य किया हैं। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान को देश के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत के रुप में विकसित किया हैं। आज राजे सरकार की योजनाओं पर कई देशों में कार्य किया जा रहा हैं यानि कई देशों ने राजस्थान सरकार की योजनाओं को अपनाया हैं। साथ ही देश के कई राज्यों में राजस्थान सरकार की तर्ज पर कार्य किया जा रहा हैं। राजस्थान की यशस्वी मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राजस्थान में प्रगति के नए पन्ने लिखे है जो कि शायद पूरवर्ती भ्रष्टाचारी कांग्रेस सरकार को रास नही आ रहे हैं। कांग्रेस सरकार राजस्थान ने विकास को देखकर आंखे बंद करने वालों में से एक हैं। पराए दुख से कांग्रेस दुबली होती जा रही हैं ऐसे में कांग्रेस के आला नेताओं को कि राजस्थान में नाममात्र के रह गये हैं वर्तमान राज्य सरकार पर बेबुनियादी आरोप लगाकर अपनी मानसिकता का प्रदर्शन कर रहे हैं।
जननी सुरक्षा योजना से प्रसूताओं को मिल रहा है सम्मान
पूर्वमुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जननी सुरक्षा योजना को लेकर सवाल उठाएं हैं लेकिन शायद गहलोत जी को यह पता नही हैं कि राजस्थान में आज भी जननी सुरक्षा योजना प्रसूताओं का सहारा बनी हुई हैं। इस प्रकार के सवालों से प्रदेश वासियों का मनोबल नीचे गिरता हैं। गहलोत जो राजस्थान में जननी सुरक्षा योजना के जरिए सभी आदर्श पीएचसी में प्रसव पूर्व प्रसूताओं का जांच की जा रही हैं, प्रसव सुविधा एवं प्रसव पश्चात समस्त सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। राजस्थान में 295 आदर्श पीएचसी विकसित किए जा चुके हैं साथ ही आगामी वित्त वर्ष में 600 आदर्श पीएचसी विकसित करने का लक्ष्य राज्य सरकार ने निश्चित किया हैं।
कांग्रेस ने दिया 2 रुपए किलों अनाज, राजे ने 8 रुपए में पहुंचाया घर तक खाना
पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने गरीब जनता को दो रुपए किलो अनाज देने के नाम पर करोड़ो रुपयों का हेरफेर किया था। वह अनाज प्रदेश की जनता अपनी गायों औऱ भेंसों को खिलाने के काम में लेती थी, क्योंकि दो रुपए किलों का अनाज बेहद खराब गुणवत्ता का था। राजस्थान में उचित मुल्यों की दुकानों के जरिए गहलोत सरकान ने भ्रष्टाचार को पनपने में सहयोग किया। वर्तमान वसुंधरा सरकार ने राजस्थान के गरीब तबके को उच्च गुणवत्ता व सस्ता भोजन देने के लिए अन्नपूर्णा रसोई योजना चलाई हैं जिससे प्रदेश के मजदूर व दिहाडी वर्ग को भरपेट भोजन मिलेगा। यह भोजन 5 रुपए नाश्ता व 8 रुपए में खाने के रुप में दिया जाएगा। भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए राजस्थान की सभी उचित मुल्यों की दुकानों को आधुनिक रुप दिया गया। अब राजस्थान के हर गरीब को पोस मशीनों से मिल रहा है उचित मुल्य का सामान।
नोटबंदी का नही दिखा राजस्थान में कोई असर
नोटबंदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भ्रष्टाचार के खिलाफ एक पहल थी लेकिन इस पहल से कांग्रेसियों की नींद उड़ी हुई हैं। केंद्र ही नही राज्य में भी कांग्रेसियों ने ही नोटबंदी का विरोध किया, क्योंकि गहलोत सरकार ने राजस्थान के खजाने को अपने घरों में शिफ्ट कर लिया था ऐसे में नोटबंदी से परेशान इन लोगों को रात में दवा लेने के बाद भी नींद नही आई । मुख्यमंत्री राजे के प्रयासों से राजस्थान में नोटबंदी का असर नही देखने को मिला। राजस्थान एक इकलोता प्रदेश है जिसने नोटबंदी का विरोध नही किया और मोदी सरकार के साथ खड़ी रही। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रदेश के किसानों को नोटबंदी से बिल्कुल भी परेशान नही होने दिया। हर स्तर पर किसानों के लिए खाद, बीज व बुआई की व्यवस्था की गई। सहकारी बैंकों से किसानों को ऋण दिलवाया गया। बैंकों में किसानों को पूरानों नोटों से नए नोट मिले और राज्य सरकार ने पर्याप्त मात्रा में खाद बीज की व्यवस्था कर किसानों को राहत प्रदान की।
किसानों को सिंचाई के लिए मिले बेहतर साधन, पहले से ज्यादा फसल पैदावार
सौर ऊर्जा में राजस्थान का देश में दूसरा स्थान हैं राज्य सरकार किसानों के लिए सोलर पंप आदि लगाने पर अनुदान दे रही हैं। राजस्थान सरकार ने प्रदेश के किसानों को लिए डिग्गी, तालाब, ड्रिप सिंचाई व फुव्वारा पद्धति से सिंचाई करने के लिए उत्साहित किया है।
प्रदेश में पहले से ज्यादा डिग्गी, तालाब, ड्रिप सिंचाई व फुव्वारा पद्धति से किसान सिंचाई कर रहे हैं जिससे पहले की तुलना में कहीं अधिक फसल मिल रही हैं। राजस्थान में फॉर वाटर कॉंसेप्ट किसान सिंचाई करने में जुटे हैं साथ ही नदियों को जोड़कर राजस्थान सरकार कर रही हैं सिंचाई व्यवस्था।