राजस्थान सरकार की कई योजनाओं को अब तक देश-विदेश अपना चुके है और उन पर काम भी कर रहे है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में राज्य सरकार ने कई जन कल्याणकारी योजनाओं को शुरू किया और उनका प्रदेश के विकास में सफल क्रियान्वयन किया। राजस्थान सरकार की मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान, राजश्री योजना, अन्नपूर्णा भंडार जैसी कई योजनाओं को दूसरे राज्यों ने भी अपनाया है। मनरेगा और सांसद व विधायक कोटे के ज़रिए प्रदेश में खेल मैदान विकसित करने की जो योजना वसुंधरा सरकार द्वारा पिछले साल शुरू की गई थी अब उसे पूरे देश में लागू किया जाएगा।
केंद्र सरकार ने की राजे के विजन की सराहना
केंद्र सरकार के युवा मामले और खेल विभाग ने राजस्थान सरकार की इस योजना की सराहना करते हुए देश में खेल सुविधाओं और आधार भूत ढांचे के निर्माण और विकास के लिए अन्य मंत्रालयों के संसाधन और योजनाओं का लाभ उठाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक कार्यकारी समूह का गठन किया गया हैं। नौ सदस्यीय इस समूह का अध्यक्ष राजस्थान के युवा मामले और खेल विभाग के प्रमुख शासन सचिन जे. सी. मोहंती को बनाया गया है। यह समूह मनरेगा और सांसद व विधायक कोटे जैसी योजनाओं का उपयोग खेल सुविधाओं के विकास में किस प्रकार किया जाए, इसके लिए खेल मंत्रालय को अपने सुझाव देगा। यही नही सवाई मानसिंह स्टेडियम में लागू पे एंड प्ले तथा स्पांसर स्कीम के बारे में भी यह ग्रुप मंत्रालय को अपने सुझाव देगा।
योजना अच्छी लेकिन काम की गति बढ़ानी होगी
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की इस योजना को भले ही राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली है लेकिन योजना को पूरे देश में लागू करने के इस पर अमल करने की गति को बढ़ाना होगा। जानकारी के अनुसार विभाग द्वारा मनरेगा योजना के तहत प्रदेश भर में तीन हजार से ज्यादा ग्रामीण खेल मैदान तैयार करने की योजना मंजूर की गई थी इनमें से 50 से ज्यादा खेल मैदान बनकर तैयार हो चुके है। सबसे ज्यादा खेल मैदान 15-15 धौलपुर और डूंगरपुर में तैयार किये गये है जबकि सीकर में चार, बांसवाड़ा और बीकानेर में दो-दो मैदान तैयार किये गये है। जयपुर में 137 मैदान तैयार किये जाने है। जानकारी के अनुसार 2927 खैल मैदानों पर कार्य प्रगति की और अग्रसर है।
मनरेगा में पहला स्टेडियम बना बाड़मेर में
राजस्थान सरकार द्वारा संचालित महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत प्रदेशभर में बनाए जाने वाले खेल मैदानों में पहला ग्रामीण खेल स्टेडियम बाड़मेर में बनाया गया था। बायतू से महज 10 किलोमीटर दूर छोटे से गांव खिवालिसरा में मनरेगा के तहत यह स्टेडियम सबसे पहले बनकर तैयार हो गया है। राजस्थान खेल परिषद के अधिकारियों के अनुसार बाड़मेर में कुल 164 ग्रामीण खेल स्टेडियम बनने है।