राजस्थान में हाल ही दो लोकसभा सीट और एक विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव हुए हैं। अजमेर और अलवर लोकसभा सीट तथा मांडलगढ़ विधानसभा सीट, इन के जनप्रतिनिधियों के असामयिक निधन के कारण ये तीनों सीटें खाली हो गई थीं। राजस्थान में विधानसभा की कुल 200 सीटें हैं। करीब छह माह पहले भीलवाड़ा जिले की मांडलगढ़ विधानसभा सीट से विधायक रही कीर्ति कुमारी का स्वाइन फ्लू के कारण निधन हो गया था। जिसके कारण विधानसभा के सदस्यों की संख्या 199 हो गई थी। हाल ही में हुए उपचुनाव के बाद सदस्यों की संख्या 200 हो गई थीं लेकिन बुधवार 21 फरवरी, 2018 को राजसमंद जिले के नाथद्वारा विधानसभा क्षेत्र से विधायक कल्याण सिंह चौहान का लंबी बीमारी के चलते निधन होने से विधानसभा सदस्यों की संख्या एक बार फिर से 199 रह गई है। आइये जानते हैं इस बारे में थोड़ा विस्तार से..
1988 से अपनी राजनीति की पारी शुरू करने वाले कल्याण सिंह चौहान थे कैंसर से पीड़ित kalyan Singh Chauhan
नाथद्वारा से बीजेपी विधायक कल्याण सिंह चौहान की बुधवार तड़के लंबी बीमारी के चलते मृत्यु हो गई। विधायक चौहान पिछले लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे। उनकी मंगलवार रात करीब करीब 2 बजे अचानक तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी जिसके बाद उन्हें उदयपुर के एक अमेरिकन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चिकित्सकों की टीम के प्रयासों के बाद भी चौहान को नही बचाया जा सका। इसके बाद उनके परिजन पार्थिव देह को लेकर नाथद्वारा में उनके पैतृक गांव डगवाड़ा पहुंचे जहां उनका सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बता दें, कल्याण सिंह का जन्म 18 नवंबर, 1959 में राजसमंद जिले में हुआ था। कल्याण सिंह अपने पीछे पत्नी कल्पना कंवर, चार पुत्र और दो पुत्रियां छोड़ कर गए है।
2008 के विधानसभा चुनाव में दिग्गज कांग्रेसी नेता सीपी जोशी को हराकर आए थे चर्चा में kalyan Singh Chauhan
कल्याण सिंह चौहान ने अपनी राजनीति पारी की शुरूआत 1988 में की। वह सबसे पहले अपने गांव के सरपंच बने। इसके बाद पंचायत समिति के प्रधान रहे और राजसमंद के जिला परिषद के उप प्रमुख रहे। 2005 से 2008 तक वे जिला परिषद सदस्य रहे और इसी बीच 2008 के विधानसभा चुनाव में वे बीजेपी की ओर से नाथद्वारा विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाए गए। नाथद्वारा से दूसरी बार विधायक रहे कल्याण सिंह चौहान इसी समय चर्चा में आये थे, जब 13वीं विधानसभा के लिए 2008 में हुए चुनावों में उन्होंने कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के दावेदार दिग्गज नेता सीपी जोशी को मात्र 1 वोट से चुनाव हराकर जीत दर्ज की थी। सीपी जोशी उस समय कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री के सबसे मजबूत दावेदार थे। लेकिन उस एक वोट से मिली हार ने जोशी से मुख्यमंत्री पद के लिए छीन ली थीं। kalyan Singh Chauhan
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मुख्यमंत्री राजे संवेदना जताने पहुंची नाथद्वारा, कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने भी जताया शोक
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आज सुबह बीजेपी विधायक कल्याण सिंह चौहान की मौत की ख़बर सुनने के बाद शोक संतप्त परिवार के प्रति शोक संवेदना जताने के लिए नाथद्वारा के पहुंची। उनके साथ गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया और मंत्री राजेन्द्र राठौड़ भी साथ थे। इससे पहले सीएम राजे ने ट्वीट करते हुए लिखा, नाथद्वारा के ऊर्जावान और लोकप्रिय विधायक कल्याण सिंह चौहान के असामयिक निधन पर शोक संवेदनाएं व्यक्त करती हूँ। चौहान भाजपा संगठन का एक अभिन्न अंग थे और उनका निधन मेरे और समस्त भाजपा परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि, मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि वह कल्याण सिंह चौहान जी की आत्मा को शांति एवं शोक संतप्त परिवार को इस दुखद घड़ी में धैर्य एवं साहस प्रदान करे।
बीजेपी नेताओं के साथ ही प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने भी विधायक कल्याण सिंह के निधन पर शोक जताया है। कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि चौहान बेहतरीन व्यक्तित्व के धनी थे। कांग्रेस नेता सीपी जोशी ने भी चौहान के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनका निधन क्षेत्रवासियों के लिए बड़ी क्षति है। विधानसभा में अभी बजट सत्र चल रहा है, ऐसे में बुधवार को सदन में विधायक कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। इसके बाद सदन की दिनभर की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। kalyan Singh Chauhan