नव वर्ष यानि साल 2018 की शुरूआत हो चुकी है। वर्ष 2018 राजस्थान की राजनीति के लिए सबसे बड़ा रणक्षेत्र साबित होने वाला है। राजस्थान में वर्ष 2018 में उपचुनाव और साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में इस साल राजस्थान में चुनावी अखाड़ा लगने वाला है। राजस्थान के पड़ोसी राज्य गुजरात सहित हिमाचल प्रदेश में हाल ही विधानसभा चुनाव हुए हैं। इन चुनावों में बीजेपी अपने विपक्षी दल कांग्रेस पर एक बार फिर भारी पड़ी है। अब बीजेपी के फिर से राजस्थान फतेह की बारी है। मौजूदा समय में दोनों ही प्रमुख पार्टियों के लिए राजस्थान उपचुनाव काफी अहम माने जा रहे हैं। राजस्थान में इसी माह के अंत में अजमेर सहित 3 सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। ये उपचुनाव 2018 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सीएम वसुंधरा राजे और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट की कड़ी परीक्षा लेेने वाले साबित होंगे। आइये जानते हैं अजमेर लोकसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस के टॉप प्रत्याशी कौन हैं..
दोनों ही प्रमुख पार्टियां टिकट फाइनल करने से पहले कर रही है मंथन
भाजपा और कांग्रेस दोनों ही प्रमुख राजनीतिक पार्टियां अजमेर लोकसभा सीट पर अपना प्रत्याशी खड़ा करने से पहले मंथन कर रही है। दोनों ही पार्टियां हर हाल में जीत दर्ज कर आगामी विधानसभा चुनावों में अपना माहौल और मजबूत करना चाहती है। अजमेर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के वर्तमान प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट चुनाव लड़ते रहे हैं। प्रो. सांवरलाल जाट ने 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में सचिन पायलट को करारी शिकस्त दी थी। अजमेर सांसद और मंत्री प्रो. सांवरलाल जाट के निधन के कारण अजमेर सीट खाली हो गई थी। जिसके बाद अब अजमेर लोकसभा सीट पर 29 जनवरी, 2018 को उपचुनाव होने हैं।
ये हैं भारतीय जनता पार्टी से टिकट के प्रमुख दावेदार
हालांकि, बीजेपी ने राज्य में होने वाले उपचुनावों के लिए अभी तक कोई भी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। लेकिन अजमेर उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों की कोई लंबी लिस्ट नहीं है। बीजेपी सांवरलाल जाट के पुत्र रामस्वरूप लांबा या परिवार के किसी परिजन को मैदान में खड़ा कर सकती है। बीजेपी की लिस्ट में एक और नाम सीबी गैना का भी है। सांवरलाल जाट के पुत्र होने और अजमेर में जाट वोटरों की संख्या को देखते हुए सबसे मजबूत दावा रामस्वरूप लांबा का ही माना जा रहा है। हाल ही में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट मीटिंग में बीजेपी संसदीय बोर्ड को रामस्वरूप लांबा का नाम भेजा गया है। लेकिन अभी अंतिम फैसला बीजेपी हाईकमान को ही लेना है। Ajmer byelection
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कांग्रेस भी अभी तक नहीं कर पाई है उम्मीदवार के नाम का फैसला Ajmer byelection
अजमेर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस भी अभी तक अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं कर पाई है। कांग्रेस यहां अपने उम्मीदवार को लेकर बड़े असमंजस में दिख रही है। पायलट के यहां से चुनाव लड़ने की संभावना कम ही दिख रही है। हालांकि पायलेट दावेदारों में सबसे टॉप पर होंगे। कांग्रेस की और से यहां किसी जाट उम्मीदवार को उतारा जा सकता है। जिसमें विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता और पूर्व सांसद रामेश्वर डूडी, पूर्व अजमेर जिला प्रमुख रामस्वरूप चौधरी का नाम शामिल है। इनके अलावा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. रघु शर्मा, पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया का नाम भी संभावितों की लिस्ट में है। Ajmer byelection