मनाली की रहने वाली 21 वर्षीय आंचल ठाकुर इंटरनेशनल स्कीइंग कॉम्पिटिशन में भारत के लिए मेडल जीतने वाली पहली खिलाड़ी बन गई हैं। आंचल ने तुर्की में आयोजित इंटरनेशनल स्कीइंग कॉम्पिटिशन में हिस्सा लेते हुए भारत के लिए पहला ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। आंचल ने एल्पाइन एज्डेर 3200 कप में हिस्सा लेते हुए यह पदक अपने नाम किया। एल्पाइन एज्डेर 3200 कप का आयोजन स्की इंटरनेशनल फेडरेशन करता है। आंचल की इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें बधाई दी है। Anchal Thakur
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अपनी इस जीत के बाद आंचल ने कहा कि ‘मैंने इसके लिए कड़ी मेहनत की और आखिरकार यह रंग लाई। मैंने अच्छी शुरुआत करते हुए लीड बना ली थी। इसी वजह से इस रेस को मैंने तीसरे नंबर पर खत्म की।’ अपनी खुशी को ट्विटर पर जाहिर करते हुए आंचल ने दिखा है ‘आखिरकार कुछ ऐसा हो गया है, जिसकी उम्मीद नहीं थी। मेरा पहला इंटरनेशलन मेडल। हाल ही में तुर्की में खत्म हुए फेडरेशन इंटरनेशनल स्की रेस में मैंने शानदार परफॉर्म किया।’ Anchal Thakur
आंचल के पिता रोशन ठाकुर विंटर गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव हैं। आंचल की इस जीत पर उन्होंने कहा कि ‘अब भारत में इस खेल के लिए यह शानदार मौका है।’ आपको बता दें कि आंचल की ट्रेनिंग और उसके ट्यूर का सारा खर्च उनके पिता ने ही उठाया है। रोशन ठाकुर बताते हैं कि ‘उनकी बेटी को या स्कीइंग के दूसरे खिलाड़ियों को आज तक केंद्रीय खेल मंत्रालय से कोई मदद नहीं मिली है। उनका कहना है कि खेल मंत्रालय में बैठे अधिकारी स्कीइंग को खेल नहीं मानते हैं।’ Anchal Thakur