जयपुर। देशभर में महामारी कोरोना वायरस का कहर जारी है। राजस्थान में कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच स्वाइन फ्लू से संक्रमित मरीजों की संख्या में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। प्रदेश की राजधानी जयपुर में एक महीने में स्वाइन फ्लू के 32 नए मामले सामने आए है। जबकि इस साल के चार महीनों की बात करें तो 18 मई तक राज्य में 58 स्वाइन के केस दर्ज किए गए हैं।
चिकित्सा विभाग में हड़कंप
एक स्वाइन फ्लू से संक्रमित मरीज की मौत दर्ज की गई है। हालांकि इससे पहले माना जाता था कि तेज गर्मी में स्वाइन फ्लू का वायरस निष्क्रिय हो जाता है, लेकिन 40 से 45 डिग्री तापमान में भी यह लगातार लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। कुछ साल पहले जब स्वाइन फ्लू के मामले सामने आए तब चिकित्सा विभाग में हड़कंप मच गया था।
स्वागन फ्लू वार्ड तैयार
जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में तो अलग से एक स्वाइन फ्लू वार्ड में तैयार कर दिया गया था, लेकिन पिछले 2 या 3 सालों से स्वाइन फ्लू के मामले काफी कम हो गए। प्रदेश में जब कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़े तब काफी कम संख्या में स्वाइन फ्लू के केस देखने को मिले। पिछले वर्ष सिर्फ 21 मामले स्वाइन फ्लू के प्रदेश में सामने आए थे।
ब्रिटेन में मिला था हपला मंकीपॉक्स वायरस
आपको बता दें कि मंकीपॉक्स वायरस से ग्रसित पहला केस ब्रिटेन में पाया गया था। इसी के चलते अब इसका दूसरा केस अमेरिका में पाया गया है, जिसकी पुष्टि अमेरिका के मैसाचुसेट्स डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक हेल्थ ने की है। यह व्यक्ति हाल ही में कनाडा से लौटा था। इसके बाद से कनाडा में संदिग्ध मामलों की जांच की जा रही है।