जयपुर। वैट कम करने समेत कई मांगों को लेकर राजस्थान पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन हड़ताल पर है। 13 सितंबर से प्रदेशभर के 6900 पेट्रोल पंप दो दिवसीय सांकेतिक हड़ताल के चलते बंद हैं। यदि कांग्रेस सरकार शाम तक एसोसिएशन की मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो 15 सितंबर से बेमियादी हड़ताल शुरू हो जाएगी। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गहलोत सरकार को पेट्रोल डीजल पम्पों की हड़ताल को लेकर अन्य राज्यों की तुलना से अत्यधिक वेट वसूली बंद करने को कहा है।
महंगाई राहत का ढ़ोंग कर रहे है अशोक गहलोत
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर यह जानकारी साझा की है। वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर लिखा कि ‘राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पड़ोसी राज्यों से 8 से 12 रु महंगा बिक रहा है। जो महंगाई का एक बड़ा कारण है। इसका असर पम्प संचालकों के साथ-साथ आमजन की जेब पर भी पड़ रहा है। यह हो रहा है अन्य राज्यों की तुलना में वैट की अत्यधिक वसूली की वजह से। गहलोत जी, महंगाई राहत का ढ़ोंग करने की बजाय अन्य राज्यों की तुलना से अत्यधिक वेट वसूली बंद करिए। ताकि पेट्रोल-डीजल के दाम कम हों और जनता को वास्तव में राहत मिल सके!’
राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पड़ोसी राज्यों से 8 से 12 रु महंगा बिक रहा है। जो महंगाई का एक बड़ा कारण है।
इसका असर पम्प संचालकों के साथ-साथ आमजन की जेब पर भी पड़ रहा है। यह हो रहा है अन्य राज्यों की तुलना में वैट की अत्यधिक वसूली की वजह से।
गहलोत जी, महंगाई राहत का ढ़ोंग करने की…
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) September 13, 2023
जानिए अशोक गहलोत ने क्या कहा
पेट्रोल पंपों की हड़ताल पर सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि हमारा वित्तीय प्रबंधन कहता है कि कीमतें स्थिर रखी जाएं। केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी घटाए ताकि राजस्थान में भी पेट्रोल के दाम कम कर सकें। बुधवार को कोटा दौरे पर आए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है। पेट्रोल-डीजल पर अप्रत्याशित टैक्स देशभर में अत्यंत गंभीर विषय है।