आने वाले कुछ दिनों में राजस्थान में 3 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इनमें से अजमेर व अलवर में लोकसभा और मांडलगढ़ सीट पर विधानसभा उपचुनाव होना है। ऐसे में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इन उपचुनावों में जीत हासिल करने की पूरी तैयारी कर रही है। खासतौर पर अजमेर सीट पर मुख्यमंत्री का ध्यान पूरी तरह से गढ़ा हुआ है। इसी दिशा में काम करते हुए अजमेर में मुख्यमंत्री पिछले 20 दिनों में अपना 12वां दौरा कर चुकी हैं। इसी दिनों में अजमेर जिले को किशनगढ़ एयरपोर्ट एवं दुग्ध डेयरी प्लांट के साथ करीब एक हजार करोड़ रूपए से ज्यादा की सौगाते भी मिल चुकी हैं। ajmer byelections
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पिछले साढ़े तीन सालों में सिर्फ अजमेर जिले में 6 हजार 330 करोड़ रूपए के विकास कार्य कराने का दम भर चुकी बीजेपी राजस्थान सरकार अपने विकास कार्यों के आधार पर ही उपचुनाव जीतने का सपना देख रही है जो सच होता हुआ भी नजर आने लगा है। जिस तरह से अजमेर जिले को विकास कार्यों के साथ अभय कमाण्ड कंट्रोल, अजमेर विकास प्राधिकरण की विजयाराजे सिन्धिया नगर योजना के साथ करीब साढ़े 4 हजार करोड़ रूपए की लागत से तैयार होने वाली किशनगढ़—गुजरात बोर्डर 6 लेन नेशनल हाइवे की सौगाते मिल रही है, उसे देखते हुए तो अजमेर लोकसभा उपचुनाव में जीत सीधे—सीधे वसुंधरा राजे की झोली में गिरती दिख रही है। ajmer byelections
अभी हाल ही में मुख्यमंत्री राजे ने अजमेर दक्षिण में भी 913 करोड़ रूपए के विकास कार्यों को मंजूरी दी है जिससे अजमेर के निवासियों में खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में बीजेपी राजस्थान सरकार के प्रति पैठ और गहरी हुई है। खुद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आगामी उपचुनावों में जीत का पक्का दावा ठोक चुकी हैं। मुख्यमंत्री राजे ने बुधवार को अजमेर के एक रिसोर्ट में नसीराबाद विधानसभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, भाजपा पदाधिकारियों एवं बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए कहा – ajmer byelections
कोई भी चुनाव सिर्फ उम्मीदवार नहीं लड़ता बल्कि कार्यकर्ता लड़ते हैं और हमारे कार्यकर्ता कोई चुनौती स्वीकार करने से पीछे नहीं हटते। आपसी प्रेम ही भारतीय जनता पार्टी की ताकत है और यही हमें दूसरी पार्टियों से अलग करता है। इस बार भी बीजेपी राजस्थान सरकार लोकसभा तथा विधानसभा उपचुनावों में प्रदेश में जीत हासिल करेगी। हमारे कार्यकर्ताओं में प्रेम, अनुशासन, निष्ठा और जोश देखकर मुझे पूरा विश्वास हो गया है कि यहां आगामी उपचुनाव में हमारी जीत सुनिश्चित है।
अब बात करें कांग्रेस पार्टी की तो अजमेर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस की ओर से सचिन पायलेट के प्रतियाशी बने जाने की सूचना है। पायलेट 2013 के चुनावों से पहले यहां से सांसद भी रह चुके हैं इसलिए सबसे मजबूत प्रतियाशी माने जा रहे हैं। सांसद सांवर लाल जाट की मौत के बाद यह सीट खाली हो गई है।
अब जिस तरह से वसुंधरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान सरकार अजमेर जिले का विकास करा रही है, उसे देखते हुए सचिन पायलेट की राह किसी भी तरह से आसान नहीं है। सूत्रों की माने तो अगर यहां से भाजपा कोई लोकल प्रतियाशी भी खड़ा करता है तो भी सचिन पायलेट के लिए उपचुनाव जीत पाना बड़ी भारी और टेड़ी खीर साबित होगा। ajmer byelections