राजस्थान सरकार प्रदेश की तेल की प्यास बुझाने के लिए पूर्णजोर से लगी हुई है। बाड़मेर में रिफाइनरी का प्रोजेक्ट का कार्य भी शुरू होने में ही है। अब राजस्थान सरकार ने तेल खोज के लिए बाड़मेर बेसिन में 500 कुएं खोदने का फैसला लिया है। सरकार के इस फैसले बाड़मेर में तेल का अथाह भंड़ार मिलने की संभावना जताई जा रही है। साथ ही अर्थव्यवस्था के साथ रोजगार की स्थिति मजबूत होगी। सरकार के इस बड़े प्रोजेक्ट से राज्य का कायाकल्प होने की उम्मीद है। अगर ऐसा होता है तो न केवल राजस्थान आर्थिक रूप में काफी संपन्न हो जाएगा, साथ ही हजारों लोगों को रोजगार भी मिलेगा। वहीं राजस्थान में लगातार बढ़ रही तेल की मांग की जरूरत भी काफी हद तक पूरी हो सकेगी। Barmer Refinery
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बात दें कि पिछले 15 साल में बाड़मेर में केर्न इंडिया 200 से ज्यादा तेल के कुओं की सफलतापूर्वक खुदाई कर चुकी है। इन कुओं से रोजाना 1,96,000 बैरल से अधिक तेल निकलता है। यह मात्रा कुछ ही समय में 3,00,000 बैरल रोजाना तक पहुंच सकती है। बांबे हाइ से 280,000 बैरल रोजाना निकलता है। लेकिन अगर राजस्थान के बाड़मेर जिले में इस परियोजना पर काम शुरू होता है और यह सफल होती है तो बाड़मेर प्लांट बांबे हाइ से तेल उत्पादन में आगे निकल सकता है, इस बात के पूरे आसार दिखाई दे रहे हैं। Barmer Refinery
फिलहाल बाड़मेर के भाग्यम, एनआई नॉर्थ, शक्ति एनई, एन—1, भाग्यम साउथ, मंगला, मंगला बाड़मेर हिल, ऐश्वर्य, एनई, वंदना विजया, सरस्वती क्रेस्ट सरस्वती, कामेश्वरी रागेश्वरी आॅयल, शहीद तुकाराम ओंबले, गुड़ा आदि ब्लॉक में तेल की खुदाई को लेकर खोज की जा रही है। जल्दी ही इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू होगा। Barmer Refinery
आपको बता दें कि बाड़मेर रिफाइनरी के चलते काफी सारा काम रूका हुआ पड़ा है। अगले महीने से इसके भी शुरू होने की उम्मीद है। ऐसे में रूका हुआ सारा काम सुचारू चल पड़ेगा, ऐसी उम्मीद की जा सकती है। प्रोजेक्ट के लिए राजस्थान सरकार की ओर से 18 करोड़ और केन्द्र सरकार की तरफ से 18 करोड़ रूपए की पेशकश की गई है। अगर यह प्रोजेक्ट सफल रहता है तो राजस्थान सरकार को आर्थिक तौर पर काफी फायदा होगा। Barmer Refinery