संसद पर आतंकी हमले की 16वीं बरसी, पीएम Narendra Modi ने दी मृतकों को श्रद्धांजलि

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Narendra Modi

13 दिसंबर यानी आज बुधवार को संसद पर हमले की 16वीं बरसी है। संसद पर हुए आतंकी हमले को 16 बरस हो चुके हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री Narendra Modi ने हमले में मारे गए जवानों को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान आरोप-प्रत्यारोप लगाने वाले नरेन्द्र मोदी और मनमोहन सिंह एक-दूसरे का अभिवादन करते दिखे। संसद हमले की बरसी पर श्रद्धांजलि देने बड़ी संख्या में सभी पार्टियों के नेता नज़र आए। बता दें कि 13 दिसंबर, 2001 को संसद पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें एक महिला समेत 8 जवान शहीद हुए थे। हमले को संसद के सुरक्षा बलों ने नाकाम कर सभी 5 आतंकियों को मार गिराया था।

देश के कई बड़े नेता भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे संसद

कांग्रेस के हाल ही में अध्यक्ष बने राहुल गांधी भी संसद पहुंचे और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वे भी सुषमा स्वराज, रविशंकर प्रसाद समेत सरकार के कई नेताओं से मिलते नजर आए। संसद आतंकी हमले की 16वीं बरसी पर पीएम मोदी और राहुल गांधी के साथ ही पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, सोनिया गांधी, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी समेत सत्ता और विपक्ष के नेता शहीद जवानों की शहादत को सम्मान देने के लिए एक साथ खड़े नजर आए।

गुजरात चुनाव प्रचार के बाद सभी नेताओं की एकजुटता रही खास

मंगलवार को गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे फेज के लिए प्रचार खत्म हुआ है। ऐसे में प्रचार के दौरान दिखाई दी आपसी तल्खियों के बीच संसद पर हमले की बरसी पर सारे नेताओं की एकजुटता से यह जाहिर हो गया कि लोकतंत्र के मंदिर पर हुए हमले को देश अभी तक भूला नहीं है। गुजरात प्रचार के दौरान बीजेपी और कांग्रेस ने एक-दूसरे पर प्रहार करने का कोई मौका नहीं छोड़ा था। प्रचार के दौरान हुई जुबानी जंग के बाद अब सभी नेताओं के बीच इस मौके पर एकजुटता दिखाई दी है।

संसद हमले की घटना के दौरान करीब 100 सांसद भवन के अंदर थे मौजूद

13 दिसंबर, 2001 को लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के 5 हथियारबंद आतंकियों ने नई दिल्ली में स्थित संसद भवन पर हमला कर दिया था, जिसमें कुल 14 लोगों की मौत हुई थी। जिनमें एक आम नागरिक, 5 आतंकवादी और 8 सुरक्षाकर्मी शामिल थे। इन आतंकियों ने संसद परिसर में पहुंच कर ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी थी। भारतीय सुरक्षाकर्मियों की बहादुरी के आगे ये आंतकी अंदर नहीं घुस पाए थे। जिसने बड़ी घटना होने से बचा लिया। यह घटना संसद सत्र के स्थगित होने के 40 मिनट के बाद हुई इस दौरान करीब 100 सांसद भवन के अंदर मौजूद थे।

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