जयपुर। राजस्थान में बढ़ रहे अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे है। बीते दिन अलवर जिले के बहरोड़ में 10वीं की छात्रा से प्रिंसिपल व 3 शिक्षकों का एक साल तक दुष्कर्म करना और दो शिक्षिकाओं का इसका वीडियो बनाना सामने आया है। आमतौर पर सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली जगहों- घर, हॉस्पिटल, ऑफिस और अब स्कूल में भी बेटियां दरिंदगी का शिकार हो रही हैं। भास्कर में छपी खबर के अनुसार, पिछले एक साल में 1 साल में सरकारी स्कूल में दुष्कर्म के 13 केस आए हैं। इन सभी में आरोपी शिक्षक हैं।
राजस्थान में हर चौथा दुष्कर्म नाबालिग से
प्रदेश में दुष्कर्म की जितनी घटनाएं रिपोर्ट होती हैं, उनमें से 24% में पीड़िता नाबालिग हैं। यानी हर चाैथा दुष्कर्म 18 साल से कम उम्र की बेटी से होता है। इधर, अलवर दुष्कर्म केस की जांच एसआईटी को सौंप दी गई है। अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई।
7000 केस लंबित
प्रदेशभर की पॉक्सो कोर्ट में करीब 7000 केस लंबित चल रहे हैं। इन केसों में जल्द फैसले के लिए ट्रायल जारी है। पॉक्सो मामलों में जल्द फैसले के लिए कानूनविदों का कहना है कि पॉक्सो एक्ट के अनुसार ही ट्रायल सहित अन्य प्रक्रिया हो जाए तो पॉक्सो मामलों में फैसले जल्द हो सकते हैं।