राजस्थान देश के दूसरे राज्यों के मुकाबले ज्यादा साफ सुथरा हैं। राजस्थान में प्रदूषण की मात्रा बेहद कम हैं। हालांकि आने वाले दिनों में प्रदूषण की भयंकर संभावना को देखते हुए राज्य सरकार ने पहले से ही अपनी कमर कस ली हैं। राज्य सरकार के राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल मंगलवार को तीन बड़ी योजनाओं शुरू करने जा रहा हैं।
वेस्ट रिड्यूस का आइडिया देने पर मिलेगी 25 लाख की ग्रांट
राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल मंगलवार से 3 बड़ी योजनाएं शुरू करने जा रहा है। पहला, इनोवेटिव वेस्ट रिड्यूस मैनेजमेंट के लिए स्टार्टअप खोलने वालों को 25 लाख रु. की ग्रांट दी जाएगी। दूसरा, इंस्टीट्यूट ऑफ लीडरशिप डेवलपमेंट के साथ मिलकर पर्यावरणीय सुधार के लिए इंस्टीट्यूट खुलेगा और तीसरा आईआईटी कानपुर के साथ ‘एयर क्वालिटी असेसमेंट’ कराया जाएगा।
सरकार से शेयर करे आपका वेस्ट मैनेजमेंट आइडिया
केन्द्र और राज्य सरकार की स्टार्टअप पॉलिसी के तहत आवेदक को अपने इनोवेटिव आइडिया (जिससे वेस्ट रिड्यूस हो सके), के लिए विभाग और उद्योग विभाग की स्टार्टअप सेल के पास आवेदन करना होगा। आइडिया के बारे में टेक्निकल और अन्य जानकारियां देकर विभाग को कन्विन्स करना होगा। अगर विभाग को आपका आइडिया पसंद आया तो 25 लाख रु. तक की ग्रांट मिल सकती है। गौरतलब है कि पिछले साल बजट में प्रदूषण नियंत्रण मंडल को वेस्ट मैनेजमेंट के स्टार्टअप्स के लिए 5 करोड़ रु. का फंड मिला था।
प्रशिक्षित पर्यावरण संरक्षण टीम बनाने के लिए खोला इंस्टीट्यूट, यह होगा फायदा
अभी राजस्थान में चल रही इंट्रस्टीज में पर्यावरणीय मानकों पर काम करने के लिए प्रशिक्षित लोग नहीं हैं। इस कमी को पूरा करने के लिए मंडल ने इंस्टीट्यूट ऑफ लीडरशिप डेवलपमेंट और स्किल डिपार्टमेंट के साथ मिलकर जामडोली स्थित लीडरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खोलने के लिए एमओयू किया है। इंस्टीट्यूट में 1-12 माह के कोर्स चलाए जाएंगे जिससे इंट्रस्टीज में पॉल्यूशन संबंधी एक्सपर्ट्स की कमी दूर होगी। वहीं, विभाग ने आईआईटी कानपुर के साथ भी जयपुर की आबोहवा की स्थिति जांचने के लिए एक एमओयू किया है।
इनका कहना हैं……
वन एवं पर्यावरण मंत्री मंगलवार को स्टार्टअप पॉलिसी रिलीज करेंगे और बाकी दो एमओयू के बारे में भी आधिकारिक घोषणा करेंगे। दूसरा, कचरा निस्तारण के नए तरीकों के बारे में विभाग के पास आइडियाज आएंगे जिससे शहर में बढ़ रही गंदगी से निजात मिल सकेगी।
केसीएअरुण प्रसाद, मेंबर सेक्रेटी, राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल