राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे हमेशा से ही बालिकाओं और महिलाओं को आगे बढ़ाने की प्रबल पक्षधर रही है। राजस्थान सरकार की मुखिया बनने के बाद से मुख्यंत्री वसुंधरा राजे ने महिलाओं और बालिकाओं के समग्र विकास की अनेकों योजनाओं पर काम किया है। मुख्यमंत्री राजे ने राजस्थान में ऐसी पहल की है जिससे नारी शक्ति का उत्थान हो। प्रदेश का नाम रोशन करने वाली बेटियों को समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रमों में सम्मानित किया है।
आत्मनिर्णय का मिले अवसर:
हाल ही के दिनों में राज्य की उन्नत शिक्षा व्यवस्था को दुनियाभर के समक्ष लाने वाले फेस्टिवल ऑफ़ एजुकेशन के माध्यम से मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने प्रदेश की बेटियों की काबिलियत और क्षमता को निखारने के विषय में विमर्श किया। मुख्यमंत्री राजे ने कहा था कि ”परिवार और समाज को लड़कियों को जीवन में आगे बढ़ने के अवसर चुनने का मौका देना चाहिए।” मुख्यमंत्री राजे के अनुसार समाज और परिवार को लड़कियों को अपना करियर संवारने और शादी के समय के बारे में स्वयं निर्णय लेने का अधिकार देना चाहिए। यदि लड़कियां को अच्छी शिक्षा मिल जाती है तो वे अपना ये अधिकार और सम्मान पाने के योग्य बन जाती है।
प्रदेश में हैं लड़कियों के आगे बढ़ने के असीमित अवसर:
मुख्यमंत्री राजे ने राजधानी जयपुर में आयोजित हुए फेस्टिवल ऑफ एजुकेशन के दूसरे दिन एक सत्र में संवाद करते हुए कहा कि राजस्थान सरकार लड़कियों को सदैव आगे बढ़कर अपना वज़ूद बनाने की संभावनाएं प्रदान करती है। वर्तमान डिज़िटल दौर में लड़कियों के लिए आगे बढ़ने के असीमित अवसर हैं। इन्हें हासिल करने के लिए लड़कियों को अच्छी शिक्षा लेनी होगी। लड़कियों को बेहतर शिक्षा के बल पर कुशल बनना होगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री राजे ने समाज और अभिभावकों से आह्वान किया कि अपनी बालिकाओं को सशक्त और सबला बनाने के लिए सभी को साथ जुटकर बेटियों को अनुकूल माहौल प्रदान करें।
आधुनिक और उन्नत भारत का सौभाग्य है बेटियां:
मुख्यमंत्री राजे ने फेस्टिवल ऑफ़ एजुकेशन के दौरान देश-विदेश से आए हुए शिक्षाप्रेमियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की बालिकाओं को शिक्षा के क्षेत्र में समान अवसर उपलब्ध कराना और बराबरी का अधिकार दिलाना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए राज्य सरकार ने प्रदेश में ऐसा सकारात्मक माहौल तैयार किया है, जिस माहौल में विकसित होकर हमारी बालिकाएं सशक्त बनकर विश्व नागरिक के रूप में अपने आप को साबित कर रही हैं। मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि हमारी बेटियां पढ़-लिखकर परिवार, प्रदेश और देश का सौभाग्य बन रही है।
बालिकाओं के स्वास्थ्य के लिए स्कूलों में सेनेटरी नेपकिन कराए जाएंगे उपलब्ध:
राजस्थान की मुख्यमंत्री ने स्कूलों में स्वच्छता, शौचालयों, सेनेटरी नेपकिन और पानी की उपलब्धता की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा कि विद्यालयों और महाविद्यालयों में बालिकाओं की उपस्थिति बढ़ाने और उनकी पढ़ाई को सुचारू रखने के लिए राज्य सरकार ने पूरी लगन से प्रयास किए हैं। मासिक धर्म जैसी प्राकृतिक शारीरिक क्रिया के चलते लड़कियों को स्कूल से छुट्टी करने की नौबत न आए इसके लिए सरकार द्वारा सभी स्कूलों में अनिवार्य रूप से सेनेटरी नेपकिन मशीनें उपलब्ध कराई जा रही है। इन मशीनों से बालिकाओं को बढ़िया क्वालिटी के स्वच्छ नैपकिन निःशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं।