चेन्नई के अपोलो अस्पताल में दो महीने से अधिक समय से भर्ती तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता को रविवार शाम दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद सोमवार सुबह उनकी सर्जरी की गई। इस सर्जरी के बाद डॉक्टरों का कहना हैं कि उनकी हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। लेकिन उनकी पार्टी एआईएडीएमके की सीआर सरस्वती का कहना हैं कि वे अब ठीक हैं औऱ आईसीयू में डॉक्टरों की निगरानी में हैं। हालांकि अस्पताल प्रशासन का कहना हैं कि तमिलनाडु सीएम का इलाज चल रहा हैं और विशेषज्ञ डॉक्टर्स उनकी देखभाल कर रहे हैं।
लंदन से डॉ. रिचर्ड बीयले से ली सलाह
मुख्यमंत्री जयललिता की नाजुक हालत को देखते हुए अपोलो अस्पताल ने लंदन से डॉ. रिचर्ड बीयले से सलाह ली है और उन्होंने हमारे हृदय रोग विशेषज्ञों और पल्मोनोलॉजिस्ट्स के उपचार की दिशा से सहमति जताई।
अस्पताल के बाहर समर्थकों की भारी भीड़, बुलाई फोर्स
अस्पताल में तमिलनाडु सरकार के कई वरिष्ठ मंत्री मौजूद हैं। जयललिता को दिल का दौरा पड़ने की खबर मिलने के बाद अपोलो अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक जमा हो गए । तमिलनाडु सरकार ने गंभीरता को देखते हुए अस्पताल के इर्द-गिर्द भारी पुलिस बंदोबस्त किया गया है। अस्पताल के आसपास बैरिकेड लगाए गए हैं और रैपिड एक्शन फोर्स की नौ यूनिट को जरूरत पड़ने पर भेजने के लिए तैयार रखा गया है।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ली जयललिकता के स्वास्थ्य की जानकारी
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने तमिलनाडु के राज्यपाल सी विद्यासागर राव से बातचीत की और मुख्यमंत्री जयललिता के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। राव महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं और तमिलनाडु का अतिरिक्त प्रभार भी उनके पास है। वह रविवार को एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए मुंबई में थे, लेकिन जयललिता का स्वास्थ्य बिगड़ने की खबर मिलते ही वह चेन्नई रवाना हो गए।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, स्वास्थ्य पर केंद्र की नजर
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बताया है कि दिल्ली के प्रसिद्ध ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ (एम्स) से चार डॉक्टरों को चेन्नई भेजा गया है। केंद्र सरकार भी जयललिता के स्वास्थ्य पर नज़र रखे हुए है। जेपी नड्डा भी अपोलो अस्पताल के शीर्ष अधिकारियों से लगातार अपडेट ले रहे हैं।
22 सितंबर को हुई थी अस्पताल में भर्ती, बताया था पुनर्जन्म
जयललिता को 22 सितंबर को अस्पताल में भर्ती किया गया था। कई डॉक्टरों ने उनका इलाज किया जिसमें ब्रिटेन से आए विशेषज्ञ भी शामिल हैं। हफ्तों तक आईसीयू में भर्ती होने के बाद उन्हें कुछ दिन पहले स्पेशल रूम में लाया गया, जहां पार्टी के मुताबिक ‘लोगों से मिलने के लिए ज्यादा जगह थी। ‘ मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले एक बयान जारी कर अपनी सेहत में आए सुधार को ‘पुनर्जन्म’ बताया था और कहा था कि वह पूरी तरह स्वस्थ होकर जल्द से जल्द काम पर लौटना चाहती हैं।
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां
उधर, अस्पताल में मौजूद सूत्रों का कहना है कि उनकी हालत गंभीर है, हालांकि उनकी पार्टी ऑल अडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (एआईएडीएमके) का कहना है कि सोमवार सुबह हुई सर्जरी के बाद उनकी हालत बेहतर है।
पुलिस ने अस्पताल की ओर जाने वाली सभी सड़कों को बंद कर दिया है, जबकि मुख्यमंत्री के सैकड़ों समर्थक अस्पताल के बाहर ठीक उसी तरह जमा हो चुके हैं, जिस तरह वे कुछ नहीने पहले हुए थे, और तभी हटे थे, जब डॉक्टरों ने उसके स्वस्थ होने की घोषणा कर दी थी।
कुछ ही दिन पहले जयललिता को क्रिटिकल केयर यूनिट से प्राइवेट रूम में शिफ्ट किया गया था, जहां अत्याधुनिक उपकरण लगे हुए थे।
अब 68-वर्षीय जयललिता को ईसीएमओ या एक्स्ट्रा-कॉरपोरियल मैम्ब्रेन ऑक्सीजेनेशन उपकरण पर रखा गया है, जिसका अर्थ है कि उन्हें सांस लेने में मदद दी जा रही है। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह कई हफ्तों तक जारी रखना संभव है। रविवार को दिल का दौरा पड़ने के बाद अपोलो अस्पताल ने इंग्लैंड के पल्मोनरी स्पेशलिस्ट डॉ रिचर्ड बील से सलाह-मशविरा किया था, जो पिछले दो महीने के दौरान कई बार जयललिता का इलाज करने के लिए चेन्नई आ चुके हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बताया है कि दिल्ली के प्रसिद्ध ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ (एम्स) से चार डॉक्टरों को चेन्नई भेजा गया है। केंद्र सरकार वैसे भी जयललिता के स्वास्थ्य पर नज़र रखे हुए है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी रविवार रात को तमिलनाडु के राज्यपाल सी. विद्यासागर राव से बात की थी ।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा भी अपोलो अस्पताल के शीर्ष अधिकारियों से लगातार अपडेट ले रहे हैं।
जयललिता सरकार के शीर्ष मंत्री रविवार रात से ही अपोलो अस्पताल में जमा होने शुरू हो गए थे। उधर, अस्पताल ने कई ट्वीट कर उनके स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करने का आग्रह किया है।
इस बीच, समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया के अनुसार, एन्टी-रायट (दंगा-रोधी) पुलिस के 900 सिपाहियों को स्टैंडबाई पर रखा गया है, ताकि ज़रूरत पड़ने पर उन्हें कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने में मदद के लिए हवाई मार्ग से तमिलनाडु ले जाया जा सके।
रविवार को उन्हें दिल का दौरा पड़ने से कुछ घंटे पहले उनकी पार्टी ने कहा था कि वह अब पूरी तरह ठीक हो चुकी हैं, और वह अब स्वयं यह फैसला करेंगी कि उन्हें घर कब लौटना है।
लगभग तीन हफ्ते तक उनके इलाज में जुटे डॉक्टरों ने भी पुष्टि की थी कि उनकी हालत में बहुत सुधार हुआ है, वह मिलने आने वाले लोगों से बात कर पा रही हैं, और उन्हें अस्पताल में रहने की ज़रूरत नहीं रही है।
लाखों लोगों में ‘अम्मा’ और ‘मां’ कही जाने वाली जयललिता ने राज्य की राजनीति में इतिहास रचते हुए इसी साल मई में लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने का गौरव हासिल किया था। इससे पहले, राज्य में जयललिता तथा उनके प्रमुख विपक्षी दल द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) की एक-एक बार सरकार बनती रही थी।