जयपुर। यूक्रेन और रूस विवाद गहराने के बाद भारत सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने का मिशन शुरू कर दिया है। मंगलवार को एयर इंडिया के जहाज AI1946 ने कीव से उड़ान भरी। ये विमान दिल्ली में रात करीब 11:45 बजे पहुंचा। इस विमान से यूक्रेन में रहने वाले 242 भारतीयों को लाया गया। इसी बीच राजस्थानियों की सांसें फूलने लगी हैं। यहां के सैकड़ों स्टूडेंट यूक्रेन में फंसे हुए हैं। ये स्टूडेंट वहां की 10 से अधिक मेडिकल यूनिवर्सिटीज में पढ़ाई करने गए हैं। स्टूडेंट तो वहां तनाव में हैं ही, यहां उनके परिजनों के माथे पर चिंता की लकीरें लगातार गहराती जा रही हैं।
प्रदेश के सैकड़ों छात्र फंसे हुए
यूक्रेन में फंसे स्टूडेंट अपनी परेशानी बताते हुए कह रहे है कि यहां पर हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। रोजाना जरूरत के सामान लगातार महंगे हो रहे हैं। यह भी किसी मुसीबत से कम नहीं है। अकेले डूंगरपुर के ढाई सौ से अधिक स्टूडेंट वहां फंसे हैं। इसके अलावा, जयपुर, जोधपुर, अजमेर, अलवर, उदयपुर आदि शहरों के सैकड़ों स्टूडेंट वहां तनावपूर्ण माहौल में हैं। उधर, फ्लाइट टिकट भी तीन गुना महंगी हो गई।
घरवालों को सता रही चिंता
यूक्रेन में डूंगरपुर जिले के भी 250 से ज्यादा स्टूडेंट फंसे हुए है। अलग-अलग मेडिकल कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर हैं। माता-पिता को बच्चों की चिंता सता रही है। लगातार वीडियो कॉल के जरिए वे सपंर्क में है और बात कर रहें हैं। डूंगरपुर के सबसे ज्यादा 45 स्टूडेंट उजग्रोद यूनिवर्सिटी में हैं। इसके अलावा टरनोपिल यूनिवर्सिटी में, सूमी यूनिवर्सिटी, खारकीव, कीव, बोगोमोलस, बुकोविनियन यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे हैं।