आजम खान जैसे नेताओं के बयान से टूट जाता है सेना का साहस, सेना पर दिए गए बयान पर दिया गया बयान बेहद शर्मनाक

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    सेना भारत का भाग्य है सेना के दम पर हम आज अपने घर-परिवार के साथ आराम से बैठे है। एक सिपाही ही होता है जो देश और हमारे कशमीर के लिए अपनी जान हथेली पर लेकर सीमा पर खड़ा है। कभी भी कोई आतंकी उस सैनिक के सीने को छलनी कर हमारी सरजमी को हमारे ही खून से लाल कर देता है। इसे देश का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा की हमारे ही कुछ नेता अपने स्वार्थ और एक कौम को भड़काने के लिए बेहद ही शर्मनाक बयान दे रहे है। हाल ही में समाजवादी पार्टी के एक बड़े नेता ने इस प्रकार का बयान दिया है जिसे आपकों बताने में भी शर्म आती है लेकिन इन महाशय के इसे लफ़्जों का इस्तेमाल कर हमारी सेना, देश के गौरव को ठेस पहुंचाई है जिसे बयां नही किया जा सकता।

    शहीद की शहादत को सलाम करता है पूरा देश

    हमारे सैनिक देश और कशमीर को बचाने के लिए आए दिन शहादत दे रहे है मौत क्या होती है यह उन शहीद सैनिकों की पत्नियों,मांओ, बेटियों से पूछनी चाहिए। शहीद की शहादत को पूरा देश सलाम करता है लेकिन समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान को लगता है कि हमारी सेना कशमीर में ज्यादती कर रही है और कशमीरी अवाम पर जुल्म कर रही है। आजम खान के बयान की व्याख्या करना बड़ा कठिन है लेकिन अगर हमारे ही नेता इस प्रकार शर्मिंदगी से ऐसे बयान देते रहेंगे तो क्या सैनिक और सेना का मान रह जाएगा।

    पढ़िए क्या था आमज खान का बयान, शर्म आएगी

    आजम खान ने सेना को लेकर बयान दिया था कि ” हथियारबंद औरतों ने फौज को मारा और लाशों से जिस्म का जो हिस्सा काट कर ले गए वो हिन्दुस्तान की एक असल जिंदगी का बदला उठाती है। दहशतगर्द फौज के प्राइवेट पार्ट को काटकर साथ में ले गए, उन्हें हाथ से शिकायत नहीं थी, सर से नहीं थी पैर से नहीं थी जिस्म के जिस हिस्से से शिकायत थी उसे काट कर ले गए। इतना बड़ा संदेश है जिस पर पूरे हिन्दुस्तान को शर्मिंदा होना चाहिए और सोचना चाहिए कि हम दुनिया को क्या मुंह दिखाएं”

    कशमीर में हिंदू भी मरते है तो मुसलमान भी, आजम लखनऊ में बैठे है

    सपा के इस नेता को अपने इस बेहुदा बयान पर शर्म आनी चाहिए। सपा को चाहिए के ऐसे नेताओं को बर्खाश्त कर सबक सिखाएं। कोई देश और सेना के बारें में इस तरह की जबान का इस्तेमाल कैसे कर सकता है। आजम खान जैसे नेताओं के हाथ से सत्ता निकल गई लेकिन सत्ता का मोह नही गया। आजम खान अब देश की एक कौम को भड़काने का काम कर रहे है जबकि कट्टरपंथी आतंकी कशमीर में हिंदू और मुसलमान दोनों को मार रहे है। आजम लखनऊ में अपने घर में बैठे है इसलिए उनकी जबान दो हाथ लंबी हो चुकी है। मुसलमान भाईयों को यह समझना होगा की आजम जैसे लोग उनके नेता हो ही नही सकते जो एक-दूसरे को लड़ाने के लिए इस तरह के बेहुदा बयान देते है। कशमीर में जितना हिंदु मर रहा है उतना ही आतंकवादी मुसलमान को मार रहे है। अब आजम लखनऊ में बैठ-बैठ एक नया पाकिस्तान बनाने की कोशिश कर रहे है।

    सत्ता में रहते हुए हजम किया था मुसलमानों का हक

    आजम खान पूर्ववर्ती उत्तरप्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके है। माना जाता है कि आजम समाजवादी सरकार के सबसे ताकतवर मंत्रियों में से एक थे। सत्ता जाते ही आजम को सत्ता का लोभ सता रहा है। आपकों बता दे की आजम ने अपने मंत्री रहते कब्रिस्तान की जमीन कर कब्जा कर विश्विद्यालय बनाया था। वक्फ बोर्ड की रिपोर्ट में भी आजम खान पर बड़े घोटालों के आरोप लगे है । अब जो मुसलमान कौम के भी हक के पैसे खा जाएं ऐसे नेताओं को देश के बारे में बोलने का हक नही होना चाहिए।

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