जयपुर। मरने के बाद इंसान फिर से जिंदा नहीं होता है। लेकिन प्रदेश के कोटा जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां एक बेटे ने अपने पिता को मरा हुआ समझकर उनका अंतिम संस्कार कर दिया। यहां तक कि अंतिम संस्कार के बाद नौ दिनों में होने वाले धार्मिक रीति रिवाज भी पूरे कर लिए। लेकिन 9 दिनों बाद जब अचानक उसे अपने पिता के जिंदा होने का पता चला तो उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। बेटा पिता से गले मिलकर खूब रोया।
8 जनवरी को बिना बताए निकले थे घर से
अब पुलिस के सामने भी बड़ा सवाल यह है कि जिसका अंतिम संस्कार किया गया था आखिर वो कौन था। अयाना थानाधिकारी प्रहलाद सिंह ने बताया कि यह पूरा मामला बूंदी के तालेड़ा थाना इलाके के गुमानपुरा गांव निवासी बुजुर्ग नाथूलाल से जुड़ा है। नाथूलाल विमंदित हैं। नाथूलाल गत 8 जनवरी को घर से बिना बताये निकल गये थे। परिजनों ने उनको ढूंढा लेकिन कोई सुराग नहीं लग पाया।
अज्ञात शव का कर दिया अंतिम संस्कार
इस पर नाथूलाल के बेटे राजाराम ने पिता की गुमशुदगी तालेड़ा थाने में दर्ज करवाई। उसी दिन सदर थाना क्षेत्र में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला था। राजाराम ने उस शव की पहचान अपने पिता के रूप में कर दी। इस पर पुलिस ने कानूनी कार्रवाई कर शव उसे सौंप दिया। राजराम ने विधि विधान से उसका अंतिम संस्कार कर दिया।