जयपुर। प्रदेश के बाड़मेर जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जिले के पचपदरा पुलिस थाने में हिरासत में एक आरटीआई एक्टिविस्ट की रविवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पुलिस थाने में मौत होने के कारण मामले ने तूल पकड़ लिया है। घटना के बाद उच्चाधिकारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने थानाप्रभारी सरोज चौधरी सहित पूरे थाने के स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया।
जमीनी विवाद में किया था अरेस्ट
इस घटना से आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई है और पुलिस-प्रशासन के हाथ-पांव फुल गए हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। कहा जा रहा है कि जमीनी विवाद के मामले में स्थानीय थाना पुलिस ने आरटीआई कार्यकर्ता सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया था। इसके बाद तीनों को पुलिस थाने के अंदर रखा गया था। इसी दौरान आरटीआई एक्टिविस्ट जगदीश की मौत हो गई।
मजिस्ट्रेट की निगरानी में होगी मामले की जांच
यह मामला पचपदरा थाना स्थित जानियाना गांव का है। आरटीआई एक्टिविस्ट की संदिग्ध परिस्थिति में मौत के बाद नाहटा हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंच गए और तुरंत प्रभाव से पचपदरा थाने के पूरे स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया। अब न्यायिक मजिस्ट्रेट पूरे मामले की जांच करेंगे।
लापरवाही के चलते हुई जगदीश की मौत
बाड़मेर एसपी शरद चौधरी ने बताया कि परिवार की ओर से आरोप लगाया जा रहा है कि पुलिस की लापरवाही के चलते जगदीश की मौत हुई है। ऐसे में हमने पचपदरा एसएचओ सहित पूरे थाने को लाइन हाजिर कर दिया है। वहीं, पूरे मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोतरा को सौंप दी गई है। मजिस्ट्रेट की निगरानी में शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। परिवार की ओर से एसएचओ सहित कई पुलिसकर्मियों के साथ अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया गया है।