जयपुर। राजधानी के वैशाली नगर थाने में रविवार को एक दुष्कर्म पीड़िता द्वारा आत्मदाह करने के मामले में अब राजस्थान पुलिस एक्शन में नजर आ रही है। पीड़ित महिला की मंगलवार को मौत होने के बाद पुलिस मुख्यालय ने वैशाली नगर थाने के थानाधिकारी संजय गोदारा को एपीओ करने का आदेश जारी कर दिया है। सोडाला इलाके में महिला के परिजनों व क्षेत्रवासियों के बढ़ते आक्रोश के चलते जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने प्रेस वार्ता बुलाकर मामले पर सफाई दी तथा प्रकरण की निष्पक्ष जांच व दोषियों को सजा देने का वादा किया है। वहीं चुनाव के दौरान महिलाओं को पूरा सम्मान देने का वादा करने वाली गहलोत सरकार ने अभी तक इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
न्याय नहीं मिला तो परिवार सहित आत्महत्या करूंगा
जयपुर के हाई प्रोफाइल थाने में तेल छिड़ककर खुद को आग के हवाले करने वाली महिला के पति ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उसकी पत्नी को थाना स्टाफ ने आत्मदाह करने के लिए उकसाया था। परिजनों ने पूरे थाने को बर्खास्त करने के साथ ही दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की। इस दौरान मृतका के पति ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उसे न्याय नहीं मिला तो वह अपने बच्चों के साथ सामूहिक आत्महत्या कर लेंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस, प्रशासन व सरकार की होगी। उधर सोडाला क्षेत्र में बिगड़े माहौल के बाद वैशाली नगर थाने के बाहर भारी संख्या में पुलिस जाप्ता तैनात कर दिया गया है।
थानाधिकारी संजय गोदारा पहले भी हो चुके एपीओ
बहरहाल इस मामले को गंभीरता से लेते हुए राजस्थान पुलिस मुख्यालय ने थानाधिकारी संजय गोदारा को एपीओ कर पूरे प्रकरण की जांच सीआईडी, सीबी से करवाने का फैसला लिया है। वहीं अपने आदेश में यह भी कहा है कि जब तक जांच टीम प्रकरण की फाइनल रिपोर्ट मुख्यालय नहीं भेज देती तब तक गोदारा एपीओ ही रहेंगे। अधिक जानकारी के लिए बता दें कि जनवरी, 2018 में शिप्रा पथ थाने के सामने एक व्यक्ति की हत्या कर उसे जला दिया गया था। तब संजय गोदारा शिप्रा पथ थानें में थानाधिकारी के पद पर ही कार्यरत थे। उस समय भी गोदारा को एपीओ ही किया गया था।