राष्ट्रपति चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की और से रामनाथ कोविंद ने आज नामाकंन दाखिल कर दिया है। कोविंद ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आड़वानी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में अपना नामांकन दाखिल किया है। वहीं विपक्ष यानी कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार को मैदान में उतारा है। आपकों बता दे कि मीरा कुमार और रामनाथ कोविंद के बीच मुकाबला दलित बनाम दलित हो गया है। रामनाथ कोविंद को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा यूपी-बिहार सहित लोकसभा चुनाव को देखते किया गया है । अब देश के राष्ट्रपति चुनाव दलित बनाम दलित ना रहकर यूपी बनाम बिहार भी हो गया है। अब देखना होगा कि इस मुकाबले में कौनसा दलित बाजी मारता है और जीत यूपी की होती है या बिहार की ।
सोनिया गांधी की अध्यक्षता मे 17 दलों ने मीरा कुमार पर बनाई आमराय
विपक्ष ने मीरा कुमार के जरिए पाला बदल कर राजग उम्मीदवार के पक्ष में आने वाले जदयू के लिए असहज स्थिति पैदा कर दी है, वहीं दलित उम्मीदवार की शर्त रखने वाली बसपा प्रमुख मायावती की इच्छा भी पूरी कर दी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में बृहस्पतिवार को 17 दलों की बैठक के दौरान तीन नामों पर चर्चा हुई। एनसीपी नेता शरद पवार ने मीरा कुमार के अलावा पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और राज्यसभा सांसद बालचंद्र मंगेकर के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसमें मीरा कुमार पर आमराय बन गई।
रामनाथ कोविंद ने भरा अपना नामांकन
राजग की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने संसद भवन में अपना नामांकन भर दिया है। इस दौरान कोविंद के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और वरिष्ठ बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी भी मौजूद रहे. कोविंद के नामांकन में कुल 480 प्रस्तावक बने, पीएम मोदी, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी कोविंद के प्रस्तावक बने।
मीरा कुमार यूपीए के दूसरे कार्यकाल में रह चुकी है लोकसभा अध्यक्ष
मीरा कुमार यूपीए के दूसरे कार्यकाल के दौरान 2009 से 2014 तक लोकसभा की अध्यक्ष रह चुकी हैं। राजनीति में आने से पहले वे भारतीय विदेश सेवा की अधिकारी थीं। संयोग से रामनाथ कोविंद भी केंद्रीय सेवा के लिए चुने गए थे लेकिन उन्होंने वकालत के पेशे को चुनने का फैसला किया। राष्ट्रपति पद के दोनों ही उम्मीदवारों का संबंध बिहार और उत्तर प्रदेश से है। मीरा कुमार बिहार के सासाराम से आती हैं जबकि उनका ससुराल उत्तर प्रदेश में है। वहीं रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश में कानपुर के रहने वाले हैं लेकिन राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाए जाने से पहले वे बिहार के राज्यपाल के पद पर थे।