जयपुर। राजनीति के मैदान में नेताओं का एक-दूसरे पर आरोप लगाना आम बात है। वहीं जब सदन की कार्रवाई चल रही हो तब तो पक्ष और विपक्ष में गहमा-गहमी होना लाजिमी है। लेकिन राजस्थान विधानसभा में सवाल-जवाब की कार्रवाई के दौरान आज एक जोरदार वाकया सामने आया। जब सलुम्बर विधायक अमृत लाल मीणा ने गहलोत सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से स्टेट हाईवे 32-A के निर्माण काम की स्वीकृति के संबंध में जानकारी ली। इस पर पायलट ने विस्तृत जानकारी देते हुए मामले को गंभीरता से लेने की बात कही। जिस पर पक्ष के साथ विपक्ष के नेताओं ने भी तालियां बजाते हुए एक स्वर में कहा कि – हम चाहते हैं कि पायलट मुख्यमंत्री बनें। इसके साथ ही सारा सदन ठहाकों से गूंज उठा।
दरअसल, सोमवार को जब सदन की कार्रवाई अपने चरम पर थी तब विधायक अमृत लाल ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि यदि यह 106 किलोमीटर लम्बा सड़क का कार्य शीघ्र पूर्ण हो जाता है तो इससे 3 विधानसभा आपस में जुड़ेगी तथा ऋषभदेव से झाड़ेश्वर तक आमजन, कृषकों व जनजाति के लोगों को लाभ मिलेगा। सवाल के जवाब में पायलट ने कहा कि यह रोड धार्मिक स्थानों से जुड़ी हुई है। इसमें 85 किमी सिंगल रोड, 17 किमी इंटरमीडिएट रोड, 1 किमी डबल रोड और 3 किमी की फोरलेन है। फिलहाल यह मार्ग जनजाति क्षेत्र के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।
इस दौरान पायलट ने साफ कहा कि हालांकि सरकार के पास वित्तीय संसाधनों का अभाव है। सरकार की जेब हल्की व भारी हो सकती है, लेकिन दिल बड़ा व काम करने की इच्छाशक्ति हो तो कोई भी काम आसानी से किया जा सकता है। उप मुख्यमंत्री ने विधायक अमृतलाल को विश्वास दिलाते हुए कहा कि वे इस सड़क निर्माण के काम को गंभीरता से लेकर शीघ्र पूरा करने का प्रयास करेंगे। पायलट ने जैसे ही यह शब्द बोले तो विपक्ष में बैठे उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने अपनी कुर्सी से खड़े होकर कहा कि यही वो कारण है जिससे हम चाहते हैं कि आप ही राजस्थान के मुख्यमंत्री बनें। राठौड़ के साथ ही विपक्ष के बाकि सदस्यों ने भी एक स्वर में कहा कि हम इस बात का समर्थन करते हैं।