जयपुर। राजस्थान में मानसून की विदाई के बावजूद एक बार फिर से मानसून की वापसी ने आमजन के साथ-साथ अन्नदाताओं की परेशानी बढ़ा दी है। मौसम विभाग के अनुसार 23 और 24 अक्टूबर को मरूधरा में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इसके प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, नागौर, जोधपुर, चूरू और सीकर जिलों के कुछ स्थानों पर 23 अक्टूबर को मेघगर्जन के साथ बारिश होने की प्रबल संभावना है। इस दौरान आकाशीय बिजली चमकने और मेघगर्जन के साथ 30 से 40 किलामीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की प्रबल संभावनायें हैं।
किसानों को हुआ भारी नुकसान
बीते दिनों हुई बारिश के चलते राजस्थान में तापमान में कमी आई है। बेमौसम बारिश से खलिहानों में काफी नुकसान हुआ है। बुआई किए हुए खेतों पर भी बारिश से नुकसान हुआ है। अक्टूबर माह में मूसलाधार बारिश होने से खेतों में कटाई की गई सोयाबीन व उड़द की फसल बर्बाद हुई है। लगभग अभी अकेले हाड़ौती अंचल में 500 करोड रुपए से ज्यादा का नुकसान किसानों को हो चुका है।
कई जिलों में हुई है भारी बारिश
हाल ही में राजस्थान में भरतपुर और बूंदी जिले समेत कई इलाकों में फिर से हुई तेज बारिश से किसानों की पकी पकाई फसलें बर्बाद हो गई हैं। इससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है। किसान सरकार से उचित मुआवजे की भी मांग कर रहे हैं। वहीं प्रशासन भी बर्बाद हुई फसलों का नुकसान का जायजा लेने में जुटा है। प्रदेश के जिलों श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर, सीकर और जोधपुर की कुछ जगहों पर तेज मेघगर्जना के साथ झमाझम बारिश के आसार हैं।