जयपुर। राजस्थान के 46 निकायों के महापौर, सभापति और अध्यक्ष पद के लिए मंगलवार सुबह से वोटिंग शुरू हो चुकी है। दोपहर 2 बजे तक मतदान जारी रहेगा। वोटिंग खत्म होने के तुरंत बाद वोटों की गिनती की जाएगी। प्रदेश के 46 निकायों में से 36 पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच टक्कर सीधी टक्कर है, जबकि 10 निकायों में निर्दलीय और अन्य दलों के प्रत्याशी भी मैदान में हैं। इन 46 निकायों के चुनाव में कुल 103 उम्मीदवारों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। शाम तक तस्वीर साफ हो जाएगी।
पार्षदों की सियासी बाड़ाबंदी जारी
प्रदेश में 16 नवंबर को 49 निकायों में हुए चुनाव के बाद 19 नवंबर को नतीजों की घोषणा हुई थी। इसके बाद से 49 में से 46 निकायों में पार्षदों की सियासी बाड़ाबंदी जारी है। 3 निकायों में अध्यक्ष का निर्विरोध निवार्चन हो चुका है। इनमें भरतपुर की रूपवास, चित्तौड़गढ़ की निंबाहेड़ा और नागौर की मकराना निकाय प्रमुखों का चुनाव हो चुका है। 49 निकायों के 2105 वार्डों में से कांग्रेस ने 965 और भाजपा ने 736 वार्डों में जीत दर्ज की है। इस प्रकार कांग्रेस को भाजपा के मुकाबले 229 वार्डों में अधिक जीत मिली है।
यहां भाजपा मजबूत
उदयपुर नगर निगम, बाड़मेर की बालोतारा नगर पालिका, बीकानेर नगर निगम, सिरोही जिले की पिण्डवाड़ा नगर पालिका, अजमेर जिले की ब्यावर और पुष्कर नगर पालिका, जालौर नगर पारिषद और भीनमाल नगर पालिका, पाली नगर परिषद और सुमेरपुर नगर पालिका, सीकर जिले की खाटूश्यामजी नगर पालिका मुख्य हैं।
यहां बन सकता है कांग्रेस का बाेर्ड
भिवाड़ी, थानागाजी, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ी, छबड़ा, मागंरोल, बाड़मेर, थानागाजी, भरतपुर नगर निगम, चित्ताैडगढ़, रावतभाटा, चूरु, राजगढ़, सूरतगढ़, हनुमानगढ़, जैसलमेर, बिसाऊ, झुझुनू, फलौदी, सांगोद, डीडवाना, आमेट, नाथद्वारा, नीमकाथाना, सीकर, माउंट आबू, सिरोही, शिवगंज, टोंक और कानोड़ में कांग्रेस अपना बोर्ड बना सकती है।