मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने संस्कृत शिक्षा को प्राथमिकता में रखते हुए पदों को भरने की स्वीकृति प्रदान की है। संस्कृत शिक्षा के तहत लंबे समय से पदों को भरे जाने की मांग की जाती रही है। पद स्वीकृति से अब संस्कृत शिक्षा में अरसे से रिक्त पडे पदों को भरा जा सकेगा। वर्ष 2008 के बाद से ही संस्कृत शिक्षा में शिक्षकों के पदों की भर्ती नहीं की गई थी। राज्य के वित्त विभाग द्वारा संस्कृत शिक्षा में प्रथम श्रेणी के 134, द्वितीय श्रेणी के 690 तथा तृतीय श्रेणी के 2400 पदों पर शीघ्र ही शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। buybtc.in rajpalace.com
विधानसभा में मंत्री माहेश्वरी ने दी जानकारी
राज्य सरकार, संस्कृत शिक्षा विभाग में जल्दी ही 2400 अध्यापकों और 690 वरिष्ठ अध्यापकों तथा 42 प्रधानाध्यापक व प्रवेशिका के पदों पर भर्ती करने जा रही है। यह जानकारी विधायक संदीप शर्मा के अतारांकित प्रश्न के जवाब में संस्कृत शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने दी है।
संस्कृत महाविद्यालय कोटा पर मंत्री ने दिया जवाब
विधायक शर्मा ने अतारांकित प्रश्न के माध्यम से कोटा संस्कृत महाविद्यालय का मामला उठाया। विधायक ने राज्य सरकार से पूछा कि संस्कृत महाविद्यालय कोटा की स्थापना से लेकर अब तक महाविद्यालय को विकास कार्यों के लिए कितनी राशि प्राप्त हुई। जवाब में मंत्री ने बताया कि महाविद्यालय को 10 वीं योजना में 1,55,366 रुपए, 11 वीं योजना में 47,24,107 रुपए तथा 12 वीं योजना में 23,14,400 रुपए स्वीकृत हुए।
संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के प्रश्न पर मंत्री ने बताया कि विद्यालयों, महाविद्यालयों में छात्रों का रुझान पैदा हो और छात्र संख्या में वृद्धि हो, इसके लिए शिक्षकों के प्रशिक्षण, कार्यशालाओं का आयोजन लगातार तीन वर्षों से किया जा रहा है।