राजस्थान में शिक्षा क्षेत्र में पिछले तीन साल में हुई अभूतपूर्व प्रगति

0
1971
vasundhara-raje

राजस्थान में शिक्षा के क्षेत्र में हो रही लगातार प्रगति और तरक्की के विश्लेषण के लिए मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक का आयोजन हुआ। इस बैठक में मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने शिक्षा अधिकारियों को प्रदेश में उन्नत और गुणात्मक शिक्षा के लिए गाँव-गाँव में बनाये गए आदर्श एवं उत्कृष्ट विद्यालयों में भामाशाहों के सहयोग से मूलभूत सुविधाएं विकसित करने की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। राज्य की हर ग्राम पंचायत में आदर्श विद्यालयों, स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल, शारदे बालिका छात्रावास सहित अन्य नवाचारों से प्रारंभिक एवं माध्यमिक शिक्षा में गुणात्मक सुधार आया है। सरकार के इन प्रयासों का असर हाल ही के परीक्षा परिणामों में भी दिखाई देता है।

शिक्षा स्तर को सर्वश्रेष्ठ बनाने की योजना:

विगत तीन सालों के अंदर शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान में अभूतपूर्व काम हुआ है। सरकार ने अथक प्रयासों से इस दिशा में काम किया है। राजस्थान की करीब साढ़े चार हजार पंचायतों में आदर्श विद्यालय विकसित किए जा चुके हैं। और इस वित्तीय वर्ष में 5 हजार से अधिक पंचायतों में आदर्श विद्यालय विकसित किए जाने प्रस्तावित है। शिक्षा क्षेत्र में निरंतर सुधार करते हुए राजस्थान सरकार आगामी परियोजनाओं द्वारा शिक्षा स्तर को सर्वश्रेष्ठ बनाने की दिशा में बढ़ रही है।

सरकारी स्कूलों में दी जाएगी उन्नत कंप्यूटर शिक्षा:

शिक्षा वभाग की इस समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री राजे ने सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को उन्नत  कम्प्यूटर शिक्षा देने की बात कही। राजकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों को निजी विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों से बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के निर्देश दिए। वसुंधरा राजे ने सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को आधुनिक कंप्यूटर शिक्षा देने के लिए इस साल करीब 7 हजार स्कूलों को इंटरनेट सुविधा से जोड़े जाने के सख्त निर्देश दिए। और करीब साढ़े तीन हजार से अधिक स्कूलों में कंप्यूटर उपलब्ध कराए जाना सुनिश्चित किया। साथ ही कंप्यूटर शिक्षा के लिए सरकार द्वारा किये जा रहे खर्च की पूरी मॉनेटरिंग कर उसका सदुपयोग करने के निर्देश दिए।

हो रहा है, शिक्षा का डिज़िटलाइज़ेशन:

इस समीक्षा बैठक में छात्रों को डिजिटल माध्यम से शिक्षा प्राप्त हो सके, इसके लिए किये जा रहे सरकार के प्रोजेक्ट पर भी चर्चा की गई। इसमें यह जानकारी सामने आई कि इन तीन सालों में सरकार  द्वारा प्रदेश के करीब 625 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में वर्चुअल क्लास रूम्स स्थापित किए जा चुके हैं। सरकार की इच्छाशक्ति से करीब 145 अन्य माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में इस साल जुलाई तक ये क्लास रूम्स स्थापित किए जाएंगे। साथ ही प्रदेश के 12 सैकंडरी तथा सीनियर सैकंडरी स्कूलों को सौर ऊर्जा के माध्यम से जोड़ा गया है। सरकार के इन प्रयोगों से बढ़ती प्रतिभाएं नवाचार की ओर प्रेरित होगी।

प्रयास झलकें परिणामों में:

राजस्थान में शिक्षा के क्षेत्र में नित-नए आयाम स्थापित हो रहे है। शिक्षा क्षेत्र में सरकार के किये गए प्रयासों ने अब परिणामों के रूप में अपनी अभिव्यक्ति देना प्रारम्भ कर दिया है। इसी साल राजस्थान के कल्पित वीरवाल ने इंजीनिअरिंग में प्रवेश के लिए होने वाले जेईई मैन्स एग्जाम में शत प्रतिशत अंक लाकर, इतिहास रचा है। राजधानी जयपुर के रजत मालू ने राष्ट्रीय स्तर के कॉमन लॉ एंट्रेंस टेस्ट में देश में पहली रैंक हासिल की है। राज्य के सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए, राजस्थान बोर्ड और केंद्रीय बोर्ड के एग्जाम में अव्वल दर्ज़ा हासिल किया है। सरकार द्वारा किये गए राज्य के शिक्षा सुधारों पर इस आंकड़े से भरोसे की मुहर लग जाती है, कि सरकारी विद्यालयों ने इस वर्ष निजी विद्यालयों से 9% ज़्यादा बेहतर परिणाम दिया है। इस तरह राज्य के होनहारों ने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय परीक्षाओं में अपनी प्रतिभा दर्शाई है।

RESPONSES

Please enter your comment!
Please enter your name here