मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान बजट 2017-18 में चिकित्सा क्षेत्र में कई घोषणाएं की हैं। चिकित्सा क्षेत्र में आगामी वर्ष में राज्य के 50 चिकित्सा संस्थानों में 2.50 करोड़ की लागत से दांतों के लिए 50 एक्सरे मशीनों के साथ डेंटल चेयर उपलब्ध कराने की घोषणा की है। इसके अलावा जयपुर में हार्ट ट्रांसप्लांट पर और काम होने, बाड़मेर-जैसलमेर में प्रसूता केंद्र खुलने के साथ हनुमानगढ़ और टोंक में आयुर्वेद चिकित्सा केंद्र खोलने की घोषणा की है।
चिकित्सा क्षेत्र में मुख्यमंत्री राजे की अन्य घोषणाएं
मुख्यमंत्री राजे ने अपने बजट में एसएमएस अस्पताल जयपुर में हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए 20 करोड़ रुपए की घोषणा की इसमें सिविल कार्यों के लिए 2 करोड़ और उपकरणों के लिए 18 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए जाएंगे। कोटा एवं जोधपुर मेडिकल महाविद्यालय में सिलिकोसिस के उपचार के लिए अलग विंग बनाने का प्रावधान किया हैं। इसके अलावा 100 करोड़ की लागत से धौलपुर के जिला चिकित्सालय के भवन एवं क्वार्टर्स का निर्माण किया जाएगा।
नए पीएमसी खुलेंगे, जिला चिकित्सालय होंगे क्रमोनत
मुख्यमंत्री राजे ने घोषित किया कि राज्य के 7 जिला चिकित्सालयों- ब्यावर, बूंदी, अलवर, चित्तौडग़ढ़, धौलपुर, श्रीगंगानगर एवं झुंझनूं की ब्लड बैंक को क्रमोन्नत किया जाएगा।उपस्वास्थ्य केंद्र सिवाना (बाड़मेर), चछलाव (झालावाड़) को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नोगांवा, मोबारिकपुर, धनाऊं (बाड़मेर), छतरगढ़ (बीकानेर), कालू गांव (लूणकरणसर), गांधीबड़ी भादरा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झालरापाटन (झालावाड़) को सेटेलाइट हॉस्पिटल में क्रमोन्नत किया है। जघीना (भरतपुर), दौलतावाली, पीलीबंगा (हनुमानगढ़), सोयल और बिराई पंचायत समिति पीपाड़ (जोधपुर) में नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खुलेंगे।
1000 करोड़ की लागत से यहां बनेगा नया चिकित्सालय
एम.जी. चिकित्सालय बांसवाड़ा, हनुमानगढ़ सहित सात जिलों के चिकित्सालयों में बेड़ों की संख्या बढ़ाई गई है। जोधपुर के बिलाड़ा में ट्रोमा सेंटर खोलने की घोषणा ने स्थानीय लोगों को राहत दी हैं। करौली में 4.80 लाख की लागत से आईपीडी भवन बनेगा । बाड़मेर-जैसलमेर में प्रसूता केन्द्र खोलने की मुख्यमंत्री राजे ने घोषणा की हैं। इसके अलावा धौलपुर में एक हजार करोड़ की लागत से नया जिला चिकित्सालय स्थापित किया जाएगा । झालरापाटन में नवीन पशु चिकित्सा केन्द्र खोले जाएंगे। पशु चिकित्सालयों में कलर डॉप्लर उपलब्ध कराए जाएंगे, पशुधन सहायकों के रिक्त पदों को भरा जाएगा। चिकित्सा संस्थानों को प्रथम श्रेणी में क्रमोन्नत किया जाएगा।