राजस्थान विधानसभा में बजट पर बहस शुरु हो गई हैं। नेता प्रतिपक्ष के आरोपों पर बाद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे वपक्ष को जवाब दे रही हैं। नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने सदन में सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान सरकार पूरी तरह से कर्ज में डूबी हुई हैं। आज प्रदेश पर 2 लाख करोड़ का कर्जा हैं। डूडी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने विकास की और ध्यान न देकर अपनी उपलब्धियां गिनाने में करोड़ो रुपयों को बर्बाद किया हैं। उन्होने राजस्थान सरकार को सलाह देते हुए कहा कि सरकार को उतने ही पैर पसारने चाहिए जितनी बड़ी चादर हो।
नेता प्रतिपक्ष ने लगाए सरकार पर आरोप
डूडी ने कहा कि कांग्रेस के समय प्रदेश के सभी क्षेत्रो में राजस्व में बढ़ोत्तरी हुई थी। उन्होने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि प्रदेश के राजस्व में कमी आई हैं। डूडी ने कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश को दुबई बनाने वाली रिफाइनरी योजना को खटाई में डाल दी ऐसे में रोजगार सहित अन्य विकास को राज्य सरकार ने नकार दिया। डूडी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में रोजगार के लिए कुछ नही किया हैं।
मुख्यमंत्री राजे ने दिया विपक्ष को जवाब
सदन में बजट बहस की शुरूआत सभी विधायको को धन्यवाद देते हुए की। नेता प्रतिपक्ष के आरोपो का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि विपक्ष के आरोप बेबुनियाद हैं। कांग्रेस शासन में अगर प्रदेश का विकास होता तो सरकार नही बदलती और भाजपा सरकार कभी वापस नही आती। राजे ने कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश का सुनियोजित विकास के लिए कार्य कर रही हैं। राज्य सरकार प्रदेश में विकास और बुनियादी ढांचे को सुधारने के अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए पर्याप्त कार्य कर रही हैं।
विजन 2020 की ओर अग्रसर राजस्थान
मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि राजस्थान सरकार आगामी 2020 के विजन की ओर अग्रसर हैं। जनता की आकांक्षाओं पर राज्य सरकार खरा उतर रही हैं। मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि हम नये राज्य का नही नये भारत का निर्माण करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। रेवन्यु पर विपक्ष के आरोपो पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि कांग्रेस के शासन में जब राजस्व आया तो विकास कार्यों पर खर्च क्यों नही किया। राजस्व का पैसा कहा गया। मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि इस बार मंदी का दौर था ऐसे में राजस्व कम प्राप्त हुआ। राज्य सरकार ने प्राप्त राजस्व से प्रदेश में बुनियादी विकास किया हैं। जिसमें पानी, सड़क और मकान जैसे कार्यों पर काम हुआ हैं।