जयपुर गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम आ गए है। गुजरात में बीजेपी को इस बार प्रचंड जीत मिली है। वहीं हिमाचल में रिवाज नहीं बदला, यहां पर कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है। अब राजस्थान में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा तेज हो गई है। पीएम मोदी और अमित शाह ने अगर राजस्थान में भी गुजरात फॉर्मूला लागू करते है तो यहां 38 सांसद और विधायकों के टिकट कटना तय माना जा रहा है।
गुजरात में चुनावी साल में बदल दी पूरी सरकार
गुजरात में BJP ने युवाओं को ज्यादा मौका दिया। पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से लेकर डिप्टी सीएम नितीन पटेल के टिकट काटकर घर बिठा दिया। ये कहा गया कि ये नेता युवाओं का मार्गदर्शन करेंगे। इसके अलावा चुनावी साल में पूरी सरकार बदल दी। जब विजय रूपाणी को सीएम पद से हटाया तो उनके साथ पूरा कैबिनेट बदल दिया। सारे नए मंत्री बनाए गए। कुछ राजनीतिक विश्लेषकों ने चुनावी साल में इस प्रयोग पर सवाल खड़े किए लेकिन गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली बंपर जीत ने मोदी शाह के फॉर्मूले पर सफलता की मुहर लगा दी।
राजस्थान में लागू हो सकता है फॉर्मूला
गुजरात चुनाव के बाद बीजेपी आलाकमान भी राजस्थान पर केंद्रित हो जाएगा। 2014 और 2019 में बीजेपी ने राजस्थान में क्लिन स्वीप किया था। ऐसे में बीजेपी लोकसभा चुनावों से ठीक 8 महीने पहले होने वाले विधानसभा चुनाव में कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहेगी। राजस्थान में अगर गुजरात फॉर्मूला लागू होता है। तो माना जा रहा है कि 38 सांसद और विधायक ऐसे है जिनके टिकट खतरे में आ सकते है।