कांग्रेस नेताओं के कारनामों से तो यही लगता है कि यह पार्टी ही झूठ, भ्रष्टाचार और वादाखिलाफी के लिए बनीं है। इस पर यह कहावत सटीक बैठती है, जैसा पेड़ लगाओगे.. फल भी वैसे ही पाओगे। कांग्रेस की नींव ए.ओ. ह्यूम (एलन आक्टेवियन ह्यूम) ने रखी थी। ह्यूम एक रिटायर्ड अंग्रेज ऑफिसर थे। यानी कांग्रेस की नींव किसी भारतीय ने नहीं बल्कि एक विदेशी लुटेरे ने रखी थी। जब किसी पार्टी का संस्थापक ही लुटेरा हो, तो बाकी सदस्य तो अपने आका का ही अनुसरण करेंगे।
1857 के प्रथम विद्रोह के समय यह अंग्रेज अफसर इटावा का कलक्टर था। इन महाशय.. के साथ एक गज़ब का किस्सा जुड़ा हुआ है वो भी आपको बता देते हैं। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान ह्यूम को मारने के लिए सेनानियों ने पूरी तरह से घेर लिया था, तब ह्यूम की चालाकी काम आई। शातिर अंग्रेज अधिकारी ह्यूम ने साड़ी पहन कर अपनी पहचान छुपाई थी।
धौलपुर की बाड़ी सीट से कांग्रेस विधायक मलिंगा पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप
प्रदेश के धौलपुर जिले की बाड़ी विधानसभा सीट से हाल ही में निर्वाचित हुए कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा पर फर्जी मार्कशीट जमा कराकर 10वीं की परीक्षा पास करने का आरोप लगा है। कांग्रेस विधायक मलिंगा पर आरोप लगा है कि उन्होंने 9वीं कक्षा की जाली मार्कशीट के आधार पर आगरा के मोतीकटरा डीएवी इंटर कॉलेज से 10वीं परीक्षा पास की है। कांग्रेस नेता के इस फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद आगरा जिला विद्यालय निरीक्षक रवीन्द्र सिंह ने गिर्राज सिंह मलिंगा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश जारी कर दिया है।
गिर्राज सिंह मलिंगा ने 9वीं कक्षा का फर्जी प्रमाण-पत्र लगाकर पास की 10वीं क्लास
उल्लेखनीय है कि धौलपुर के पार्वती सदन जीटी रोड निवासी जसवंत सिंह गुर्जर ने विधानसभा चुनाव के बाद जनवरी माह की शुरूआत में ही इस फर्जीवाड़े की शिकायत की थी। जिला विद्यालय निरीक्षक के दफ्तर में 2 जनवरी, 2019 को की गई इस शिकायत के बाद गिर्राज सिंह मलिंगा के प्रमाण-पत्रों की जांच की गई। अधिकारी ने जांच में पाया कि गिर्राज सिंह पुत्र छोटेलाल ने 10वीं क्लास की परीक्षा वर्ष 2016 में (रोल नंबर- 4001843) डीएवी इंटर कॉलेज, मोतीकटरा से 9वीं कक्षा का फर्जी प्रमाण-पत्र लगाकर उत्तीर्ण की है।
इधर, राजस्थान की 15वीं विधानसभा के पहले सत्र की शुरूआत पर प्रोटेम स्पीकर गुलाबचंद कटारिया ने मुख्यमंत्री-डिप्टी सीएम, मंत्रियों और विधायकों को शपथ दिलाई। इस दौरान कांग्रेस की खूब फ़ज़ीहत हुई। दरअसल, चुनावी शपथ पत्र में खुद को साक्षर बताने वाली बगरु से कांग्रेस विधायक गंगादेवी जब सदन में शपथ लेने पहुंची तो शपथ पत्र को पढ़ नहीं सकी।
उनके लिए प्रोटेम स्पीकर कटारिया ने शपथ बोली और सदन की शपथ दिलाई। यहां तक कि कांग्रेस विधायक ने सदस्यता पत्र पर हस्ताक्षर की जगह अगूठा लगाया। झूठ बोलना कांग्रेसियों की फितरत है, लेकिन इस बात को कभी समझने की कोशिश क्यूं नहीं करते.. आखिर में एक दिन झूठ पकड़ा ही जाता है।