राजस्थान में वसुंधरा राजे के नेतृत्व में सभी वर्गों के कल्याण के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है। विशेषकर स्टूडेंट्स के लिए राजे सरकार ने कई ऐसी योजनाएं शुरू की है जो उन्हें सतत अध्ययन करने में मदद कर रही है। प्रदेश में गरीब स्टूडेंट्स की मदद के लिए वर्तमान में कई योजनाएं क्रिन्यावित की जा रही है। Mukhyamantri Chhatravriti Yojana
इन योजनाओं का लाभ राज्य के बड़ी संख्या में गरीब स्टूडेंट्स उठा रहे हैं। यहां हम आज आपको राजस्थान सरकार की वर्तमान सबसे प्रभावी छात्रवृत्ति योजनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं। जिनका लाभ शर्तों को पूरा करने वाले राज्य के गरीब स्टूडेंट्स उठा सकते हैं.. Mukhyamantri Chhatravriti Yojana
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मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति योजना Mukhyamantri Chhatravriti Yojana
मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति योजना का लाभ केवल राजस्थान के विधार्थी उठा सकते हैं। इस योजना के तहत आवेदक स्टूडेंट्स के परिवार की वार्षिक आय 5 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए। योजना में विधार्थी को 12वीं क्लास कम से कम 60 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण किया होना चाहिए और सरकार की अन्य किसी योजना में छात्रवृति प्राप्त नहीं कर रहा होना चाहिए। इस योजना में स्टूडेंट्स को 500 रूपए प्रतिमाह और एक साल में अधिकतम 10 माह के लिए दिया जाता है। यह छात्रवृत्ति उच्च अध्ययन के दौरान अधिकतम 5 वर्षों के लिए दी जाती है।
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मुख्यमंत्री हमारी बेटियां योजना Mukhyamantri Chhatravriti Yojana
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री हमारी बेटियां योजना राजस्थान की शिक्षा के क्षेत्र की सबसे अहम योजनाओं में से एक है। योजना के अंतर्गत मेधावी छात्राओं को आर्थिक सहायता व बालिकाओं की शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन दिया जाता है। इस योजना में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं की परीक्षा में हर जिले की तीन मेधावी बेटियों को ‘मुख्यमंत्री हमारी बेटी योजना’ के तहत 2.25 लाख रुपए (प्रत्येक छात्रा को) की वित्तीय सहायता मिलती है। 10वीं की परीक्षा में जिले की एक बीपीएल परिवार की बेटी को भी 1 लाख रुपए उच्च शिक्षा के लिए दिए जाएंगे। इसके अंतर्गत चयनित छात्राओं को क्लास 11 और 12 में प्रतिवर्ष 15 हजार रुपए तथा उसके बाद उच्च अध्ययन के लिए 25 हजार रूपए रुपए सालाना एकमुश्त दिए जाएंगे। कक्षा 12वीं के बाद व्यवसायिक शिक्षा, शिक्षण संस्थाओं में अध्ययन के लिए वास्तविक व्यय का भुगतान संबंधित संस्था, संस्थाओं के बैंक खाते में किया जाता है। इसके लिए अधिकतम 2 लाख रूपए सालाना व्यय किए जाते हैं।
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स्टेट मेरिट कम मीन्स छात्रवृति योजना: अल्पसंख्यक छात्रों के लिए
राजस्थान सरकार की इस योजना के अंतर्गत अल्पसंख्यक समुदाय (मुस्लिम, सिक्ख, जैन, पारसी, बौद्ध, ईसाई) के स्टूडेंट्स को अधिकतम 25 से 30 हजार रूपए वार्षिक छात्रवृत्ति दी जाती है। उम्मीदवार को इस योजना का लाभ लेने के लिए पिछली परीक्षा में कम से कम 50 प्रतिशत अंक प्राप्त किए होने चाहिए। और अभिभावकों की आय 2.5 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
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देवनारायण छात्रा स्कूटी वितरण/ प्रोत्साहन राशि योजना
राजस्थान सरकार की इस योजना के अंतर्गत विशेष पिछड़ा वर्ग की छात्राओं को लाभ दिया जाता है। इस योजना के तहत विशेष पिछड़ा वर्ग की स्नातक स्तर पर प्रथम वर्ष में नियमित अध्ययनरत 1000 छात्राओं को प्रतिवर्ष स्कूटी दी जाती है। द्वितीय और तृतीय वर्ष की छात्राओं को 10 हजार रूपए वार्षिक और स्नातकोत्तर में अध्ययनरत छात्राओं को 20 हजार रूपए वार्षिक राशि प्रोत्साहन के रूप में दी जाती है। स्कूटी के लिए परिवार की आय 2 लाख से कम होनी चाहिए। साथ ही 12वीं क्लास में न्यूनतम अंकों से उत्तीर्ण होनी चाहिए। और प्रोत्साहन राशि के लिए द्वितीय, तृतीय वर्ष और स्नातकोत्तर में 55 प्रतिशत अंक प्राप्त होने चाहिए। Mukhyamantri Chhatravriti Yojana
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विशेष पिछड़ा वर्ग उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना
राजस्थान सरकार की इस योजना के अंतर्गत विशेष पिछड़ा वर्ग (गुर्जर, रेबारी, बंजारा, लोहार, राईका) के विधार्थियों को उत्तर मैट्रिक छात्रवृति दी जाती है। इस योजना में नॉन रिफंडेबल फीस एवं अनुरक्षण भत्ते का भुगतान छात्रवृति के रूप में किया जाता है। इस योजना की शर्त यह है कि छात्र को राजस्थान का मूल निवासी होना चाहिए। और माता पिता की वार्षिक आय 1,44,000 रूपए से अधिक नहीं होनी चाहिए। Mukhyamantri Chhatravriti Yojana