जयपुर। अक्षय तृतीया के पावन पर्व को कई नामों से पहचाना जाता है। इसे आखा तीज और वैशाख तीज भी कहा जाता है। इस साल यह त्योहार 26 अप्रेल, 2020 को मनाया जा रहा है। वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को ‘अक्षय तृतीया’ या ‘आखातीज’ कहते हैं। वर्षभर के श्रेष्ठ अबूझ सावों में से एक आखातीज पर इस बार शादियां नहीं होगी। शहनाई भी नहीं बजेगी और बड़ी संख्या में जोड़े भी विवाह दांपत्य सूत्र में नहीं बंध सकेंगे। देशभर में लॉकडाउन के चलते इस बार आखातीज के दिन प्रस्तावित करीब 50 हजार एकल और सामूहिक विवाह समारोह स्थगित किया गया है।
टैंट, सराफा और हलवाइयों की एडवांस बुकिंग रद्द
कोराना वायरस के कहर के कारण टैंट और सराफा से लेकर हलवाइयों की एडवांस बुकिंग रद्द होने लग गई है। विवाह स्थल समिति के पदाधिकारियों के मुताबिक प्रदेशभर में इस अवधि में 50,000 से अधिक एकल और सामूहिक विवाह सम्मेलन नहीं होंगे। 30 अप्रेल तक लॉकडाउन लागू रहने की प्रबल संभावना है। ऐसे में 26 अप्रेल को आखातीज पर होने वाली शादी समारोह को लेकर अब लोगों की चिंता बढ़ गई है। लोग मैरिज गार्डन, कैटरर्स, टेंट और बैंड की बुकिंग कैंसिल करा रहे हैं। इससे सराफा सहित अन्य क्षेत्र में कारोबार प्रभावित हो रहा है।
मुख्यमंत्री की अपील
महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशवासियों से मई और जून में विवाह समारोह नहीं करने की अपील की है। राज्य सरकार का मानना है कि शादी समारोह में भीड़भाड़ अधिक होती है। इसके कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पाता है। ऐसे में कोरोना वायरस के फैलने का खतरा बना रहता है। माना जा रहा है ऐसा पहली बार होगा जब इस अबूझ सावे पर शादी समारोह का आयोजिन नहीं किया जाएगा।