राजस्थान सरकार ने प्रदेश को देश में अग्रणी बनाने व विकसित बनाने में ऐतिहासिक कार्य किया हैं लेकिन विपक्ष हमेशा विरोधियों की भुमिका में ही रहता हैं। प्रदेश सरकार के द्वारा किये गये कार्यों के लिए विपक्ष बहस की चुनौती देता हैं क्यों। क्या पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने राजे सरकार से ज्यादा कार्य किया हैं। राजस्थान सरकार पहले भी बता चुकी हैं कि कांग्रेस ने पिछले पांल साल के शासन में कितना विकास कार्य किया हैं। गरीबों को और गरीब बना दिया व प्रदेश को गिरवी रखने के अलावा कांग्रेस ने कौनसा काम किया हैं। मुख्यमंत्री रहे गहलोत जी ने अपने भाई-भतिजों के घर भरने से कभी ऊपर नही आ पाएं ऐसे में विकास तो गहलोत जी के घर की खुंटी पर टंगा ही रह गया। कांग्रेस को तो बहस करनी ही नही हैं ना दिल्ली में ना जयपुर में। अगर बहस का इतना ही शौक हैं कांग्रेस को तो विधानसभा उसके लिए उचित प्लेटफॉर्म हैं वहां बहस करें।
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष अर्चना शर्मा ने दी गृहमंत्री कटारिया को बहस की चुनौती
पिछले दिनों प्रदेश काग्रेस की उपाध्यक्ष अर्चना शर्मा ने गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया को बहस के लिए चुनौती दी थी लेकिन कटारिया जी ने दफ्तर के जरूरी काम निपटाए। कटारिया जी ने कहा कि कांग्रेस की उपाध्यक्ष अर्चना शर्मा को राजनीतिक व प्रशासनिक अनुभन भी नही हैं तो वे बहस के काबिल नही हैं। इसके बाद राजस्थान सरकार के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने पूर्व शिक्षा मंत्री बृजकिशोर शर्मा को बहस के लिए चुनौती दी थी और अब वन, पर्यावरण एवं खेल मंत्री गजेंद्र सिंह खिंवसर ने कांग्रेस को बहस करने की चुनौती दे डाली।
गजेंद्र सिंह खिंवसर ने दी पूर्व उद्योग मंत्रियों को बहस की चुनौती
भाजपा प्रदेश कार्यालय में जनसुनवाई के दौराना बुधवार को वन,पर्यावरण एवं खेल मंत्री गजेंद्र सिंह खिंवसर ने जब कटारिया और देवनानी के कांग्रेस से बहस की चुनौती को लेकर सवाल किया तो उन्होने कहा कि इसका जबाव को वे नही दे सकते लेकिन जब उनसे पूछा गया कि इस सरकार में अब तक ऊर्जा और उद्योग महकमों के मंत्री रह चुके हैं क्या वे भी पूर्व कांग्रेस सरकार के इन विभागों के मंत्रियों से बहस के लिए तैयार हैं तो उन्होने कहा कि वे बहस की चुनौती स्वीकार करने के लिए तैयार हैं।
राजपाल सिंह ने कहा पिटे लोगों से काहे की बहस
खींवसर के बयान के उलट जनसुनवाई में मौजूद उद्योग मंत्री राजपाल सिंह शेखावत ने कहा कि पिटे हुए लोगों के कैसी बहस करे सरकार। राजस्थान सरकार का काम अनडिबेटेबल हैं वैसे विधानसभा बहस की उचित प्लेटफॉर्म हैं वे वहां बहस करें। उन्होने कहा कि बहस और चुनाव में कांग्रेस पराजित होती आई हैं। और आगे भी कांग्रेस पराजित होती रहेगी। राजपाल सिंह ने चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता पार्टी में अपना कद बढ़ाने के लिए सरकार को बहस की चुनौती दे रहे हैं ।