राजस्थान की चंबल नदी पर बन रहा देश का सबसे बड़ा हैंगिंग ब्रिज लगभग बनकर तैयार हो चुका है। यह देश का अपनी तरह का पहला पुल है जो हैंगिंग ब्रिज के तौर पर बनाया जा रहा है। कोटा में बन रहे इस ब्रिज पर अंतिम लोड टेस्ट पूरा हो गया है। जानकारी के अनुसार आगामी 15 दिनों के भीतर इस हैंगिंग ब्रिज पर यातायात शुरु कर दिया जाएगा।
सभी टेस्टों से गुजर चुका है कोटा का हैंगिंग ब्रिज
राजस्थान सरकार का महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट के रूप में देखा जा रहा कोटा में चंबल नदी पर बन रहे देश के अपनी तरह के हैंगिग ब्रिज को जल्द ही शुरू किया जाना है। इस ब्रिज पर कोरिया की एस्क्यू इंजीनियरिंग कंपनी ने 30-30 टन के ट्रकों को चलाकर लोड टेस्ट किया है। लोड टेस्ट के लिए पुल पर सेंसर लगाए गए थे। उम्मीद जताई जा रही है कि आगामी 15 दिनों के भीतर राजस्थान को हैंगिंग ब्रिज की सौगात मिल सकती है। यानी जुलाई में आप इस हैंगिंग ब्रिज का लाभ उठा सकते है।
एनएचएआई की फाइनल रिपोर्ट मिलते ही शुरू होगा यातायात
यह परीक्षण इसका उपयोग व सुरक्षा को देखते हुए किया गया है। 30-30 टन के छह ट्रकों को एक साथ सभी तरफ से चलाकर देखा गया है। ब्रिज पर नॉइज बैरीयर का काम, हैल्थ सिस्टम, रोड साइड के काम के साथ ही बाकी फिनिशिंग काम बाकी है। इसका लोकार्पण किससे करवाया जाएगा। इसका फैसला मंत्रालय करेगा। जानकारी के अनुसार एनएचएआई की ओर से फाइनल रिपोर्ट मिलते ही पुल पर यातायात शुरु कर दिया जायेगा। इस पुल का लोकार्पण मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस ब्रिज के लोकार्पण समारोह में शामिल होने की संभावनाएं है।
मुख्यमंत्री राजे के साथा पीएम मोदी भी होंगे लोकार्पण समारोह में शामिल
हालांकि महत्वकांक्षी हैंगिंग पुल के लोकार्पण समारोह की तिथि अभी तक तय नहीं की जा सकी हैं। ईस्ट-वेस्ट कॉरीडोर पर पड़ने वाले इस पुल का नदी पर निर्माण वर्ष 2008 में शुरु हुआ था लेकिन दिसंबर 2009 में एक दुर्घटना में पुल का एक हिस्सा ढह जाने के बाद इसका निर्माण का काम थम गया था। तकरीबन डेढ किलोमीटर लंबे इस पुल के निर्माण पर 213 करोड़ 59 लाख की लागत आयी है।