GST: अनाज, व दवाएं होगी सस्ती, जाने राजस्थान में GST लागू होने से क्या सस्ता और क्या मंहगा हुआ

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    आखिरकार जीएसटी से जुड़ी सबसे बड़ी घोषणा हो ही गई। यानी टैक्स रेट। जीएसटी काउंसिल की बैठक में गुरुवार को आइटम्स के टैक्स रेट तय कर दिए गए। काउंसिल ने 1205 आइटम्स की लिस्ट देर रात 11 बजे जारी कर दी। सरकार का दावा है कि इनमें ज्यादातर सामान या तो सस्ते होंगे या उनकी कीमत जस की तस बनी रहेगी।

    अनाज, चाय-कॉफी और दवाएं होगी सस्ती

    इस लिस्ट के मुताबिक 1 जुलाई से जीएसटी लागू होने के बाद अनाज सस्ते हो जाएंगे। काउंसिल ने इन पर टैक्स नहीं लगाने का फैसला किया है। अभी कुछ राज्य गेहूं और चावल पर वैट लगाते हैं। जीएसटी के बाद वैट खत्म हो जाएगा। दूध-दही पहले की तरह टैक्स के दायरे से बाहर रहेंगे। लेकिन मिठाई पर 5% टैक्स लगेगा। रोजाना इस्तेमाल होने वाली चीजें, जैसे हेयर ऑयल, साबुन, टूथपेस्ट भी सस्ते होंगे। इन पर सिर्फ 18% टैक्स लगेगा। यह अब तक एक्साइज और वैट मिलाकर 22 से 24% तक था। यानी ये चीजें 4 से 6% तक सस्ती हो सकती हैं। वैसे चीनी, चाय, कॉफी (इंस्टैंट नहीं) और खाद्य तेल पर 5% टैक्स रेट लागू होगा। इन पर मौजूदा रेट भी इसी के आसपास है। सॉफ्ट ड्रिंक्स और कारों पर 28% टैक्स रेट लागू होगा। कारों पर सेस भी लगेगा। एसी, फ्रिज भी 28% टैक्स दायरे में रखे गए हैं। जीवन रक्षक दवाएं 5% की श्रेणी में रखी गई हैं।

    राजस्थान में GST का असर

    GST का असर राजस्थान में भी देखने को मिलेगा। स्टेट जीएसटी से प्रदेश में चीन, छोटी कारें महंगी होगी तथा तेल, खाद्य सामग्री व दवाएं सस्ती होगी। राजस्थान में जीएसटी से छोटी कारें महंगी हुई है।

    अभी जीएसटी
    छोटी कार- 27 (15% वैट+12%  एक्साइज ड्युटी) 29 (28% जीएसटी+1% सेस)
    मीडियम काम- 39 (15% वैट+24%  एक्साइज ड्युटी) 31(28% जीएसटी+3% सेस)
    लग्जरी कार- 42 (15% वैट+27%  एक्साइज ड्युटी) 43- (28% जीएसटी+15% सेस)
    वस्तु अभी टैक्स जीएसटी
    चीनी 0 5
    खाद्य तेल 5.5 5
    चाय 5.5 5
    कॉफी 14.5 5
    हेयर ऑय़ल 5.5 5
    दवाएं 5.5 5
    एसी-फ्रिज 27.5 28

    पैकेज्ड और ब्रांडेड फूड पर रेट तय नही हुए

    फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली की अगुआई में गुरुवार को हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक में टैक्स रेट को अंतिम रूप दिया गया। जेटली ने बताया कि पैकेज्ड और ब्रांडेड फूड पर रेट अभी तय होना है। सर्विसेज पर शुक्रवार को विचार होगा। सभी आइटम्स और सविर्सेज पर टैक्स रेट को लेकर शुक्रवार को फैसला नहीं हो सका तो इसके लिए काउंसिल की एक और मीटिंग होगी। मंत्री ने कहा कि गुरुवार को जिन आइटम्स पर विचार हुआ, उनमें किसी पर भी टैक्स रेट नहीं बढ़ा है। कुछ पर कम ही हुआ है। छूट वाले आइटम्स की लिस्ट शुक्रवार को तय होने की उम्मीद है। अभी 299 चीजों को एक्साइज और 99 को राज्यों के वैट से छूट मिली हुई है।

    बिजली और स्टील सस्ते होने के आसार

    कोयले पर टैक्स रेट 11.69% से घटाकर 5% किया गया है। इससे कोयले से बिजली बनाना सस्ता होगा। लोगों के लिए भी रेट घट सकते हैं। जीएसटी कानून में कहा गया है कि कंपनियों को कॉस्ट में बचत का फायदा कस्टमर्स को देना होगा। हालांकि बिजली कितनी सस्ती होगी, यह कहना अभी मुश्किल है, क्योंकि कोयले और बिजली पर कई जगह टैक्स लगते हैं। स्टील इंडस्ट्री में भी कोयले का इस्तेमाल होता है। उसका खर्च भी कम होगा। इससे स्टील प्रोडक्ट भी सस्ते होने की उम्मीद है।

    क्या है GST?

    GST का मतलब गुड्स एंड सर्विसेज टैक्‍स है। इसको केंद्र और राज्‍यों के 17 से ज्‍यादा इनडायरेक्‍ट टैक्‍स के बदले में लागू किया जाएगा। यह देशभर में किसी भी गुड्स या सर्विसेज की मैन्‍युफैक्‍चरिंग, बिक्री और इस्‍तेमाल पर लागू होगा। इससे एक्‍साइज ड्यूटी, सेंट्रल सेल्स टैक्स (सीएसटी), स्टेट के सेल्स टैक्स यानी वैट, एंट्री टैक्स, लॉटरी टैक्स, स्टैंप ड्यूटी, टेलिकॉम लाइसेंस फीस, टर्नओवर टैक्स, बिजली के इस्तेमाल या बिक्री और गुड्स के ट्रांसपोर्टेशन पर लगने वाले टैक्स खत्म हो जाएंगे।

    सरल शब्‍दों में कहें तो जीएसटी पूरे देश के लिए इनडायरेक्‍ट टैक्‍स है, जो भारत को एक समान बाजार बनाएगा। जीएसटी लागू होने पर सभी राज्यों में लगभग सभी गुड्स एक ही कीमत पर मिलेंगे। अभी एक ही चीज के लिए दो राज्यों में अलग-अलग कीमत चुकानी पड़ती हैं। इसकी वजह अलग-अलग राज्यों में लगने वाले टैक्स हैं। इसके लागू होने के बाद देश बहुत हद तक सिंगल मार्केट बन जाएगा।

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