आयकर विभाग के नए नियमों के तहत अगर आपकी सालाना इनकम 3 लाख रूपए से अधिक है तो आपके लिए जरूरी है कि आप इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करें। अगर ऐसा आपके साथ भी है तो अब सतर्क हो जानिए क्योंकि आपका यह सोचना कि सरकार कभी नहीं जान पाएगी, यह गलत है। दअसल सरकार कई तरीकों से आप जैसे लोगों का इनकम प्रोफाइल जांच रही है जो इनकम मानकों से ज्यादा होने के बाद भी इनकम टैक्स फाइल नहीं कर रहे हैं।
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आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष में 1.25 करोड़ नए फाइलर्स को टैक्स नेट में जोड़ने का लक्ष्य तय किया है। हमारे इस खास लेख में हम आपको ऐसे 5 तरीकों से रूबरू कराने जा रहे हैं जिससे सरकार आपकी सालाना इनकम के साथ—साथ आपकी छूपी हुई इनकम का भी पता लगा सकती है। इसके बाद अगर आप कुछ गलत करते पकड़े जाते हैं तो आपके घर पर नोटिस भी आ सकता है कि आप इनकम टैक्स रिटर्न क्यों नहीं फाइल कर रहे हैं। तो आइए जानते हैं इन टॉप 5 तरीकों के बारे में…..
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बैंक अकाउंट में बड़ा कैश ट्रांजेक्शन
यह आयकर विभाग का पहला और सबसे आसान तरीका है आपकी इनकम का पता लगाने का। वैसे तो सरकारी नियमों के अनुसार आप 50 हजार से ज्यादा का नकद का लेनदेन नहीं करते हैं। इसके बाद भी कुछ लोग छुपे रूस्तम होते हैं। ऐसे में अगर आपने अपने बैंक अकाउंट से 5 लाख या 10 लाख रूपए या इससे भी अधिक का कोई भी ट्रांजेक्शन किया है, फिर वह चाहे अपने व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए ही हो, आयकर विभाग तैयार है आपके घर नोटिस पहुंचाने के लिए। अगर इनकम टैक्स विभाग को लगता है कि आपका यह ट्रांजैक्शन आपकी इनकम प्रोफाइल के हिसाब से नहीं है तो विभाग आपसे इस इनकम के बारे में पूछ सकता है। ऐसा नहीं है कि मौजूदा साल में ही यह ट्रांजेक्शन किया गया हो। विभाग पिछले कुछ सालों का ट्रांजेक्शन भी देख सकता है जिससे आप आसानी न बच न सकें। अगर आप ऐसा कर चुके हैं या करने वाले हैं तो संभल जाइए।
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नई चमचमाती हुई कार
अगर आप कार खरीदने जा रहे हैं और अगर काफी सारा कैश भरकर आयकर विभाग की नजरों से बचना चाह रहे हैं तो आप गलत हैं। इधर आपको नई कार खरीदी और उधर आयकर विभाग को तुरंत पता चल जाएगा कि आपने नई कार खरीदी है। नए नियमों के तहत कार खरीदने के लिए पैन डिटेल देना जरूरी हो गया है। ऐसे में आपकी पैन डिटेल से सरकार पता कर लेगी कि आप इनकम टैक्स रिटर्न फाइल कर रहे हैं या नहीं और आपकी इनकम उसके मुताबिक है या नहीं। उसके बाद आयकर विभाग आपसे यह पूछ सकता है कि आपके पास कार खरीदने के लिए पैसा कहां से आया।
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नई प्रोपर्टी की रजिस्ट्री
अगर आपने 30 लाख रुपए से अधिक कीमत की प्रॉपर्टी जैसे फ्लैट या प्लॉट की रजिस्ट्री कराई है तब भी सरकार आपकी इनकम प्रोफाइल खंगाल सकती है। नए नियमों के 30 लाख रुपए से अधिक कीमत की प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री के लिए पैन डिटेल देना जरूरी है। ऐसे में इनकम टैक्स विभाग पैन डिटेल के जरिए आपकी टैक्स प्रोफाइल चेक कर सकता हैं।
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क्रेडिट या डेबिट कार्ड खोल सकता है पोल
अगर आप खर्चीली लाइफ स्टाइल मेनटेन करते हैं तो निश्चित है कि आप अपनी आॅनलाइन या आॅफलाइन शॉपिंग का पेमेंट डेबिट या क्रेडिट कार्ड से करते होंगे। होटज बिल और अन्य खर्चों का बिल भी उसी से चुकाते होंगे। इसी के साथ आप आयकर विभाग की नजरों में आ सकते हैं। आपके हो रहे महंगे खर्चों का सारा लेखा जोखा आपके घर पहुंचने वाले आयकर विभाग के नोटिस की राह और पक्की कर रहा है।
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खुफिया सूचनाएं भी हैं आयकर विभाग के पास
आयकर विभाग के देशभर में अपने रिजनल आॅफिस हैं जहां के अधिकारी—कर्मचारी स्थानीय तौर पर फील्ड में जाकर इस तरह की सूचनाएं जुटाते हैं। बिना पहचान बताए आसपास के लोगों से भी इस तरह की जानकारी इक्ठ्ठी करते हैं और फिर आपको उपर धावा बोलते हैं। इन जानकारी के बाद शक के आधार पर उक्त व्यक्ति का बैंक अकाउंट, प्रोपर्टी और अन्य लेखा जोखा जुटाकर इनकम सोर्स पता किया जाता है। उसके बाद इन सभी का आपकी इनकम टैक्स रिटर्न से कम्पेयर किया जाता है। ऐसे में आपको थोड़ी परेशानी तो हो सकती है।