ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट 2016 ग्राम 9 नवम्बर से 11 नवम्बर

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    राजस्थान में कृषि एवं पशुपालन क्षेत्र अत्यंत महत्वपूर्ण है। राज्य की अधिकांश जनसंख्या आजीविका के लिए कृषि एवं सम्बंधित गतिविधियों से जुड़ी हुई है। राजस्थान देश में अनेक फसलों एवं पशु उत्पादों में अग्रणी उत्पादक राज्य है। राज्य में पशुपालन अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जो ना केवल घरेलू आय में योगदान करता है, बल्कि सूखे जैसी आपदाओं के दुष्प्रभावों को कम करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

    किसानों की आय को वर्ष 2022 तक दोगुना करने के माननीय प्रधानमंत्री के मिशन को पूरा करने के लिए राज्य प्रतिबद्ध है। राजस्थान द्वारा कृषि उत्पादकता के सतत विकास हेतु नीति बनाई गई है और तकनीकी एवं ढांचागत उपाय किए गए हैं जिससे फसलों की कटाई के बाद के नुकसान को कम किया जा सके, कृषि आधारित उद्योगों को प्रोत्साहन मिले तथा उपभोक्ताओं को बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पाद उपलब्ध कराते हुए किसान को उच्च लाभ सुनिश्चित हो सके।

    ’ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट 2016’ (ग्राम) के आयोजन के दो प्रमुख उद्देश्य हैं – कृषक समुदायों को तकनीकी विकास एवं वैश्विक बेहतरीन कार्यप्रणालियों से रूबरू कराना और दुनिया भर के कृषि व्यापार समूहों के समक्ष राज्य में उपलब्ध निवेश के अवसरों को प्रदर्शित करना।

    ग्रामः कब और कहां ?

    ’ग्राम’ एक अंतरराष्ट्रीय आयोजन है, जो गुलाबी नगर के सीतापुरा स्थित जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) में 9 नवम्बर से 11 नवम्बर तक आयोजित किया जाएगा। यह राजस्थान सरकार एवं फैडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। इसराइल इसका पार्टनर कंट्री होगा। तीन दिवसीय इस मेगा इवेंट में लगभग 50,000 किसान भाग लेंगे। राज्य के प्रत्येक ग्रांव से कम से कम एक किसान को इसमें शामिल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

    कृषि के तीव्र एवं सतत विकास के माध्यम से किसानों का आर्थिक सशक्तिकरण सुनिश्चित करना ’ग्राम’ का मुख्य उद्देश्य है। किसानों के अतिरिक्त, इस वैश्विक आयोजन में दुनियाभर की बेहतरीन कार्यप्रणालियां एवं राजस्थान की कृषि जलवायु के अनुरूप सर्वोत्तम तकनीकें प्रदर्शित की जाएंगी। यह निवेशकों, विनिर्माताओं, शिक्षाविदों एवं शोधकर्ताओं के लिए भी महत्वपूर्ण मंच साबित होगा।

    ‘ग्राम‘ का उद्देश्य:

    किसानों का सशक्तिकरण

    कृषि नवाचारों को प्रदर्शित करना

    मार्केटिंग टाई-अप

    संयुक्त उपक्रम

    तकनीक हस्तांतरण

    अंतर्राष्ट्रीय निवेश

    व्यवसाय के अवसर

    कृषि आधारित अनुसंधान को प्रोत्साहित करना

    कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र हेतु साझा मंच उपलब्ध कराना

    9 नवम्बर को उद्घाटन समारोह:

    उद्घाटन समारोह 9 नवम्बर को जेईसीसी में आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर राजस्थान के राज्यपाल, श्री कल्याण सिंह मुख्य अतिथि होंगे। उद्घाटन समारोह में केंद्रीय राज्य मंत्री, कृषि एवं किसान कल्याण, श्री परषोत्तम रूपाला; राजस्थान की मुख्यमंत्री, श्रीमती वसुंधरा राजे और स्वामी रामदेव जी महाराज भी उपस्थित रहेंगे। प्रातः 10.30 बजे उद्घाटन समारोह की शुरूआत होगी।

    10 नवम्बर को एमओयू हस्ताक्षर समारोह

    10 नवम्बर को मध्याहन पूर्व, केंद्रीय शहरी विकास मंत्री, श्री एम. वेंकैया नायडू की उपस्थिति में एमओयू हस्ताक्षर समारोह आयोजित किया जायेगा।

    11 नवम्बर को समापन समारोहः

    11 नवम्बर को समापन समारोह आयोजित किया जायेगा। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री, श्री राधा मोहन सिंह मुख्य अतिथि होंगे।

    प्रदर्शनीः

    प्रदर्शनी ‘ग्राम‘ की मुख्य विशेषताओं में से एक होगी। ‘ग्राम‘ के दौरान कुल 20,000 वर्ग मीटर क्षेत्र को प्रदर्शनी एरिया के लिये निर्धारित किया गया है। प्रदर्शनी क्षेत्र को विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया जाएगा, जिनमें पशुधन, पोस्ट हार्वेस्टिंग टेक्नोलॉजीज, एग्री इनपुट्स एवं प्रोटेक्टेड कल्टीवेशन, आर्गेनिक फार्मिंग, फूड एवं फूड प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजीज, कृषि मशीनरी, इम्पलिमेंट्स एवं अलाइड सर्विसेज, वित्तीय संस्थाएं, सिंचाई, प्लास्टिकल्चर एवं प्रिसिजन फार्मिंग कुछ प्रमुख क्षेत्र हैं। कृषि-उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए स्टार्ट-अपस् पर विशेष पवेलियन लगाया जायेगा। इसके अतिरिक्त, हर्बल और औषधीय पौधों को प्रोत्साहन देने के लिए जैविक खेती पर भी एक विशेश पवेलियन होगा।

    स्मार्ट फार्मः

    राजस्थान के कृषि क्षेत्र में नवाचार आधारित विकास प्राप्त करने एवं उपयुक्त प्रौद्योगिकियों की महत्वपूर्ण भूमिका को ध्यान में रखते हुए ‘ग्राम 2016‘ में किसानों के लिए कृषि संबंधी प्रौद्योगिकियों की सबसे बेहतरीन तकनीकों को प्रदर्शित करने के लिए एक समर्पित ‘स्मार्ट फार्म‘ बनाया जाएगा। यह ’स्मार्ट फार्म’ एक लाइव वाक-थ्रू मॉडल होगा, जो कि ‘ग्राम‘ के आयोजन स्थल पर तैयार किया जाएगा। इसमें प्री-हार्वेस्टिंग एवं पोस्ट-हार्वेस्टिंग से लेकर आधुनिक वैज्ञानिक भंडारण, बैंकिंग और एग्री मार्केटिंग की संभावनाओं सहित सम्पूर्ण एग्रीकल्चर वैल्यू चैन की श्रेष्ठ आधुनिक तकनीकों को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके माध्यम से राजस्थान सरकार की कृषि क्षेत्र की विभिन्न नीतियों एवं पहलों पर भी जानकारी दी जाएगी। ‘स्मार्ट फार्म‘ में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, माइक्रो इरीगेशन टेक्नोलॉजीज, आईसीटी, वैल्यू एडिशन, साइंटिफिक वेयरहाउसिंग जैसी महत्वपूर्ण अवधारणाओं को भी प्रदर्शित किया जाएगा, जिसके फलस्वरूप इसके आगंतुकों के आकर्षण का केंद्र होने की उम्मीद है।

    ‘जाजम चौपाल’

    ‘ग्राम‘ में शामिल होने वाले हजारों किसानों को कृषि की नवीन एवं अभिनव तकनीकों के बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्रदान की जाएगी। कार्यक्रम के दौरान ‘जाजम चौपाल‘ आयोजित की जाएगी। ये ‘चौपाल‘ इस प्रकार डिजाइन की जाएंगी कि किसान स्थानीय भाषा का उपयोग करते हुए अनौपचारिक माहौल में जानकारी प्राप्त कर सकें और विशेषज्ञों से अपने संदेह दूर कर सकें।

    ‘ग्राम एक्सप्रेस’

    आयोजन के समय किसानों को जयपुर लाने के लिए तीन विषेश ट्रेन ‘ग्राम एक्सप्रेस‘ के नाम से उदयपुर, बाड़मेर और श्रीगंगानगर से चलाई जाएंगी। इसके अतिरिक्त राज्य के विभिन्न हिस्सों से 900 से अधिक विषेश बसें भी चलाई जाएंगी। ‘ग्राम‘ की कुल भागीदारी में 20 प्रतिशत महिला किसानों को शामिल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। महिलाओं के लिए विषेश बसें भी चलायी जायेंगी।

    बी2बी और बी2जी बैठकेंः

    ‘ग्राम‘ मार्केटिंग टाई-अप, संयुक्त उद्यमों के लिए व्यापार के अवसर प्रदान करेगा तथा निवेश से सम्बंधित प्रश्नों का समाधान प्रस्तुत करेगा। इसमें शामिल होने वाले लोगों को कृषि व्यवसाय की राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय कम्पनियों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों के साथ वार्ता करने का अवसर मिलेगें।

    ‘ग्राम अवार्डस्‘

    कृषि एवं सम्बंधित क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले राज्य के किसानों को सम्मानित किया जाएगा। ‘ग्राम‘ का एक महत्वपूर्ण केंद्र बिन्दु ‘महिला सशक्तिकरण‘ भी होगा। कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा। ये पुरस्कार समापन समारोह में दिए जाएंगे।

    अंतर्राष्ट्रीय भागीदारीः

    ‘ग्राम‘ में ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड और इसराइल के प्रतिनिधि भाग लेंगे। यह आयोजन कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्रों में इन तीनों देशों द्वारा उपयोग की जा रही आधुनिक एवं हाईटेक तकनीकों के आदान-प्रदान एवं इसे सीखने के लिए एक मंच साबित होगा।

    कॉन्फ्रेंसों एवं सेमीनारों में मुख्य वक्ताओं के तौर पर शामिल होने वाले अंतर्राष्ट्रीय कृषि विषेशज्ञ:

    श्री मार्टिन वान नीयूवकूप्स, प्रेक्टिस मैनेजर, दक्षिण एशिया, विश्व बैंक, संयुक्त राज्य अमेरिका। वे ‘सस्टेनेवल सॉलयूशंस फॉर फ्यूचर फार्मिंग‘ विषय पर सम्बोधित करेंगे।

    डॉ. व्लादिमीर मिक्लिक, प्रिंसिपल रिसर्च फेलो, इंस्टीट्यूट ऑफ फील्ड एंड वेजिटेबल्स क्रॉप्स, सर्बिया। वे ‘ग्राम‘ में ‘सीड टेक्नोलॉजी‘ विषय पर सम्बोधित करेंगे।

    डॉ. अर्जो रोथुइस, मैनेजर इंटरनेशनल, कॉओपरेशन एशिया, वागेनिंगेन यूनिवर्सिटी, नीदरलैंड। वे जलवायु परिवर्तन के मुद्दों एवं ‘कृषि में समाधान‘ विषय पर सम्बोधित करेंगे।

    डॉ. रिचर्ड ग्रीन, प्रमुख, इंजीनियरिंग रिसर्च, नेशनल सेंटर फॉर प्रिसिजन फार्मिंग, हार्पर एडम्स यूनिवर्सिटी, यूनाइटेड किंगडम। वे ‘कृषि में रोबोटिक्स के उपयोग‘ पर सम्बोधित करेंगे।

    श्री युवाल चेन, अंतर्राष्ट्रीय जैतून विशेषज्ञ, एरिडलैंड क्रॉप लिमिटेड, इसराइल। वे जैतून की खेती से संबंधित तकनीकों पर सम्बोधित करेंगे।

    श्रीमती एन बीयचम, डायरेक्टर, प्राइमरी इंडस्ट्रीज, एनिमल एंड लेबोरेटरी साइंस, दक्षिण ऑस्ट्रेलिया। वे ‘डेयरी एंड सस्टेनेबल लाइवलीहुड थ्रू एनिमल हस्बेंड्री‘ सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में शामिल होंगी।

    कॉन्फ्रेंस, सेमिनार एवं सत्र:

    स्थानः कन्वेंशन हॉल, जेईसीसी

    9 नवम्बरः कॉन्फ्रेंस : सस्टेनेबल एंड इनोवेटिव एग्रीकल्चर प्रेक्टिसेज फॉर डबलिंग फार्मर्स इनकम।

    सब थीम 1 : सस्टेनेबल एग्रीकल्चरः टूवर्ड्स एन एवरग्रीन रिवॉल्यूशन

    समय : दोपहर 2.00 बजे से 3.50 बजे तक

    इस कॉन्फ्रेंस के वक्ता होंगे – मोनसेंटो की सीईओ शिल्पा दिवेकर निरूला; आईसीआरआईईआर के इंफोसिस चेयर प्रोफेसर डॉ. अशोक गुलाटी; इसराइल के राजदूत डॉ. डेनियल कारमोन; आईसीआरआईएसएटी के महानिदेशक डॉ. बेरग्विन्सन; विष्व बैंक के प्रेक्टिस मैनेजर (साउथ एषिया) श्री मार्टिन वान नीयूवकूप्स; जॉन डीरे इंडिया प्राइवेट के कॉरपोरेट मामलों के निदेशक एवं वाइस प्रेसीडेंट श्री मुकुल वार्ष्णेय; कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर के कुलपति डॉ. बलराज सिंह; एमएएसएचएवी के डिप्टी हैड एवं इसरायल के ब्यूरो फॉर प्रोजेक्ट्स एंड इंटरनेशनल डवलपमेंट के प्रमुख श्री युवाल फुच्स और भारत में इसरायल दूतावास के इंटरनेशनल डवलपमेंट कोऑपरेशन के एमएएसएचएवी काउंसलर साइंस एवं एग्रीकल्चर श्री डान अल्लुफ।

    सब थीम 2 : इनोवेटिव एग्रीकल्चरः लीवरेजिंग द टेक्नोलॉजी फ्रंटियर्स

    समयः दोपहर 3.50 बजे से 5.00 बजे तक

    इस कॉन्फ्रेंस के वक्ता होंगे – टैफे के प्रोडक्ट स्ट्रेटेजी एवं कॉरपोरेट रिलेशंस के सीओओ श्री टी. आर. केशवन; वागेनिंगेन यूनिवर्सिटी के कोऑपरेशन एशिया के मैनेजर इंटरनेशनल डॉ. अर्जो रोथुइस; हार्पर एडम्स यूनिवर्सिटी के नेशनल सेंटर फॉर प्रिसिजन फार्मिंग के इंजीनियरिंग रिसर्च हैड डॉ. रिचर्ड ग्रीन; सर्बिया के इंस्टीट्यूट ऑफ फील्ड एंड वेजीटेबल क्रॉप्स के प्रिंसिपल रिसर्च फैलो व्लादिमीर मिक्लिक; कुरारे इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के कंट्री हैड श्री सचिन गंगल और इसराइल के एरिडलैंड क्रॉप लिमिटेड के अंतर्राष्ट्रीय जैतून विशेषज्ञ श्री युवाल चेन।

    सेमीनार : ‘राजस्थान – इसराइल कॉलोब्रेशन फॉर एग्रीकल्चर डवलपमेंट – वे फॉरवर्ड‘

    समय : दोपहर 4.00 बजे से 5.00 बजे तक

    इस सेमीनार के वक्ता होंगे – इसराइल के राजदूत श्री डेनियल कारमोन; भारत में इसरायल दूतावास के इंटरनेशनल डवलपमेंट कोऑपरेशन के एमएएसएचएवी काउंसलर साइंस एवं एग्रीकल्चर श्री डान अल्लुफ; एमएएसएचएवी के डिप्टी हैड एवं इसरायल के ब्यूरो फॉर प्रोजेक्ट्स एंड इंटरनेशनल डवलपमेंट के प्रमुख श्री युवाल फुच्स; श्री निपुण सबरवाल (टॉप ग्रीन हाउसेज, इंडिया) और राजस्थान सरकार के निदेशक, बागवानी श्री वी. पी. सिंह।

    10 नवम्बरः कॉन्फ्रेंस : वाटर यूज एफिशिएंसी इन एग्रीकल्चरः रोल ऑफ प्लास्टिकल्चर

    सब थीम 1ः प्लास्टिकल्चर फॉर एफिशिएंट यूजेज ऑफ वाटर इन राजस्थान

    समयः प्रातः 10.00 बजे से 11.40 बजे तक

    इस कॉन्फ्रेंस के वक्ता होंगे – टाटा स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट ग्रुप के सीनियर प्रेक्टिस हैड श्री मनीष पांचाल; सिपेट (ब्प्च्म्ज्) के महानिदेशक डॉ. एस. के. नायक; रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के वाइस प्रेसीडेंट (इंडस्ट्री अफेयर्स) श्री पंकज मेहता; आईएआरआई के वाटर टेक्नोलॉजी सेंटर के एमेरिटस साइंटिस्ट डॉ. टी. बी. एस. राजपूत और इरिगेशन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के निदेशक डॉ. अरिजीत सेनगुप्ता।

    सब थीम 2- पर ड्रॉप मोर क्रॉप – वे फॉरवर्ड फॉर राजस्थान
    समयः दोपहर 12.00 बजे से 1.00 बजे तक

    इस कॉन्फ्रेंस के वक्ता होंगे – प्लास्टिकल्चर एप्लीकेशंस इन एग्रीकल्चर एंड हॉर्टिकल्चर की राष्ट्रीय समिति के ईडी श्री आनंद जांबरे; आईसीएआर के क्रॉप साइंस के उप महानिदेशक डॉ. जीत सिंह संधू और आईसीएआर – सीआईपीएचईटी के प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर डॉ. आर. के. सिंह।

    सेमीनार : वैल्यू एडिशन एंड मार्केटिंग सॉल्यूशंस फॉर न्यू एज एग्रीकल्चर

    समय : दोपहर 2.00 बजे से 3.30 बजे तक

    इस सेमीनार के पैनलिस्ट होंगे – फिक्की के एग्रीकल्चर एंड फूड प्रोसेसिंग के सलाहकार श्री प्रवेश शर्मा; आईएफएडी के कंट्री प्रोग्राम ऑफिसर श्री विन्सेंट डार्लोंग; नाबार्ड की मुख्य महाप्रबंधक सुश्री सरिता अरोड़ा; एनसीडीईएक्स के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ श्री समीर शाह; रिलायंस फाउंडेशन के प्रोग्राम डायरेक्टर- प्रोड्यूसर कम्पनीज श्री राजेश शर्मा और स्टार एग्री वेयरहाउसिंग एंड कोलेटरल मैनेजमेंट लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक श्री अमित अग्रवाल। आईसीआरआईईआर के विजिटिंग सीनियर फैलो डॉ. सिराज हुसैन सेमीनार की अध्यक्षता करेंगे और संचालन करेंगे।

    कॉन्फ्रेंस : डेयरी एंड सस्टेनेबल लाइवलीहुड थ्रू एनिमल हस्बेंड्री

    सब थीम 1 : इंटीग्रेटेड डेयरी वैल्यू चेन
    समय- दोपहर 3.45 बजे से शाम 5.00 बजे तक

    इस कॉन्फ्रेंस के वक्ता होंगे – राबो बैंक के प्रबंध निदेशक श्री राजेश श्रीवास्तव; जीसीएमएमएफ के प्रबंध निदेशक श्री आर एस सोढ़ी; दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के प्राइमरी इंडस्ट्रीज, एनिमल एंड लेबोरेटरी साइंसेज की निदेशक सुश्री एन्न बेकहम; प्रिंसिपल साइंटिस्ट एवं नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट के डेयरी इंजीनियरिंग के हैड डॉ. ए. के. सिंह और राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ वेटनरी एंड एनिमल साइंसेज के कुलपति डॉ. ए. के. गहलोत।

    सब थीम 2 : पोल्ट्री, फीड, फिशरीज

    समयः शाम 5.00 बजे से 6.00 बजे तक

    इस कॉन्फ्रेंस के पैनलिस्ट होंगे – वेंकीज इंडिया लिमिटेड के जीएम, मार्केटिंग श्री प्रसन्ना पेडगाओनकर; सेंट्रल एवियन रिसर्च इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.चन्द्रहास और सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ ब्रेकिषवाटर एक्वाकल्चर के निदेशक डॉ. के.के. विजयन।

    11 नवम्बर

    सत्र : एक्सपीरियंस शेयरिंग – एग्री इनोवेशंस एट ग्रासरूट लेवल

    समयः सुबह 9.30 बजे से 11.00 बजे तक

    इस सत्र में एग्री स्टार्टअप्स के प्रतिनिधि एवं प्रगतिशील किसान अपने अनुभव साझा करेंगे।

    सेमीनार : अपॉर्च्युनिटीज फॉर एग्री टूरिज्म इन राजस्थान

    समयः सुबह 11.00 बजे से 12.00 बजे तक

    इस सेमीनार के पैनलिस्ट होंगे – एग्री टूरिज्म डवलपमेंट कम्पनी प्राइवेट लिमिटेड (एटीडीसी) के प्रबंध निदेशक श्री पांडुरंग तावरे; कल्चरल आंगन पर्यटन प्राइवेट लिमिटेड की निदेशक सुश्री रश्मि सावंत; उदय टूर्स एंड ट्रेवल प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक श्री राजीव मेहरा; महाराष्ट्र स्टेट एग्री एंड रूरल टूरिज्म कोऑपरेटिव फैडरेशन लिमिटेड के प्रेसीडेंट श्री बालासाहेब बाराटे और मोरारका फाउंडेशन के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री मुकेश गुप्ता।

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