धौलपुर उप-चुनाव 2017 में कैसा रहा राजस्थान की दो बड़ी पार्टियों का चुनाव प्रचार?

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Dholpur Elections 2017

प्रचारप्रसार हुआ तेज़, भाजपा ने मैदान में उतारी अपनी कैबिनेट वहीं कांग्रेस ने किया पार्टी के युवाओं को खफ़ा

9 अप्रैल 2017 को होने वाले धौलपुर उप-चुनाव की घोषणा होते ही राजस्थान की दो बड़ी राजनैतिक पार्टी– भाजपा और कांग्रेस के बीच मानों जंग सी छिड़ गयी है। जहां एक ओर भाजपा अपनी विकास की रणनीतियों को भुनाने में लगी है वहीं कांग्रेस के लिए इस चुनाव में जीत हासिल करना संजीवनी बूटी मिलने सामान है। कांग्रेसियों के लिए धौलपुर जीतना अपनी बची-खुची साख बचने के लिए अत्यंत आवश्यक है।

जैसे-जैसे चुनाव पास आते जा रहे हैं भाजपा का चुनाव प्रचार जोर पकड़ रहा है। भाजपा के प्रदेश आलाकमान अशोक परनामी ने प्रचार में कोई कमी नहीं छोड़ी है। उन्होंने अत्यंत कुशलता से भाजपा के विधानसभा क्षेत्र को चार सेक्टरों में बांटा है। विभिन्न क्षेत्रों में प्रसार की ज़िम्मेदारी अलग-अलग लोगों को सौंपी गयी है। भाजपा का चुनाव प्रसार कई दिनों से चल रहा है, जिसकी वजह से कांग्रेस के आम कार्यकर्ताओं से ले के दिग्गज नेताओं तक को अपनी क्षमता अनुसार चुनाव प्रचार हेतु धौलपुर के मैदान में उतारना पड़ रहा है। इस रस्साकशी में कांग्रेस के बुजुर्ग वर्ग और युवा वर्ग के बीच पड़ी दरार साफ दिखाई पड़ रही है, जिसको कुछ नेता भरसक छिपाने का प्रयास कर रहे हैं।

अगर युवाओं को साथ ना ले कांग्रेस तो चुकानी पड़ सकती है भारी कीमत…

खबर ये है कि नामांकन प्रक्रिया के शुरू होने से पहले कांग्रेस के युवा नेता वर्तमान चुनाव उम्मीदवार बनवारी लाल शर्मा के पुत्र अशोक शर्मा को मैदान में उतारने के पक्ष में थे। कारण साफ था कि कांग्रेस धौलपुर के युवाओं को लुभाना चाहती थी परंतु दिग्गज नेताओं ने अशोक शर्मा को उतारने के विचार पर विराम लगा दिया। उनका कहना ये था की बनवारी लाल 1993 के विधानसभा चुनाव में जीत चुके हैं इसी कारणवश पार्टी नए चेहरे को मैदान में उतार कर कोई भी जोखिम मोल नहीं लेना चाहती।

इसके बाद युवा कांग्रेसियों का जोश भी ठंडा पड़ गया। कार्यकर्ता इस सोच से चिंतित हैं कि बुजुर्ग बनवारी लाल 1990 में कभी प्रसिद्ध नेता हुआ करते थे परंतु जीत के बाद उन्होंने अपने चुनाव क्षेत्र में कुछ खास काम नहीं किया। इसी वजह से उन्होंने अगले कई वर्षों तक हार का सामना करना पड़ा। वर्तमान में बनवारी लाल उस उत्साह से शारीरिक कार्यों में बढ़-चढ़ कर भाग नहीं ले पाएंगे जिस उत्साह से उनके पुत्र ले पाते। ऐसे में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में असमंजस की स्थिति है कि आखिर विकास के दावों को पूरा कैसे किया जाए।

ऐसे में पार्टी के बुजुर्गों से खफा युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के नेता अलग से कार्यक्रम आयोजित करने में लगे हैं। चिंता का विषय यह है कि युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चांदना धौलपुर चुनाव प्रचार से ज्यादा तवज्जो अपने कार्यक्रमों को दे रहे हैं। जयपुर में 30 मार्च को हो रहे कार्यक्रम की वजह से सचिन पायलट समेत कई युवा नेता धौलपुर प्रचार से दूरी बनाये रखेंगे। इसके अतिरिक्त जबसे एनएसयूआई के भूतपूर्व अध्यक्ष राकेश मीणा पद से हटाये गए हैं तबसे एनएसयूआई ने भी चुनाव प्रसार से दूरी बना ली है।

महिला कांग्रेस की अध्यक्ष शकुंतला रावत विधानसभा की कार्यवाही के चलते चुनाव प्रसार में नज़र नहीं आ रहीं परंतु इन कमियों को दूर करने हेतु राजस्थान सह-प्रभारी इरशाद बेग को चुनाव प्रसार में उतारा गया है।

अभी फिलहाल कांग्रेस ने विभिन्न वार्डों में प्रचार करने के लिए जातिगत आधार पर विभिन्न नेताओं को उतारा है। ऐसे में सोचने वाली बात ये है कि युवाओं को किनारे कर के कांग्रेस सिर्फ जाति-धर्म के आधार पर कितने वोट बटोर पाएगी।

भाजपा ने घर घर जाकर मांगे वोट…

प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी की मानें तो राजस्थान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सभी कौमों को एक साथ ले के चलने में विश्वास रखती हैं। ऐसे में भाजपा के प्रचार हेतु गाँव-शहर सभी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी प्रसार में जुट गए हैं। पार्टी ने सभी दिग्गज नेताओं जैसे कि कालीचरण सराफ, राजेंद्र राठौर, यूनुस खान, अरुण चतुर्वेदी, डॉक्टर राम प्रताप, डॉक्टर मनोज राजौरिया, विधायक दुष्यंत सिंह सिंह तथा अब्दुल सागिर को मैदान में उतारा है। सभी कैबिनेट मंत्रियों ने अपने क्षेत्र में किये गए विकास कार्य के दम पर वोट मांगें हैं। भाजपा के परिवहन एवं पीडब्लूडी मंत्री यूनुस खान ने शहर के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों का दौरा कर भाजपा के पक्ष में वोट मांगे। ऐसे में कांग्रेस का पलड़ा हल्का पड़ गया है क्योंकि उनके पास तत्कालीन सरकार कि कमियां गिनाने के अलावा और कोई चारा नहीं है।

अब देखना ये है कि युवाओं को लुभाने के लिए कांग्रेस क्या करती है और भाजपा के नेताओं का विकास जनता को कितना पसंद आता है। किसका ऊंट किस करवट बैठेगा यह तो केवल वक़्त बता सकता है।

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