प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 1 मई से लाल बत्ती पर रोक लगाने के फैसले का असर राजस्थान में भी तत्काल नजर आने लगा है। पीएम मोदी की वीवीआईपी कल्चर खत्म करने की इस पहल का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रदेश में सभी मंत्रियों और अधिकारियों के वाहनों से लाल बत्ती हटाने के निर्णय को तुरंत प्रभाव से लागू करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। मुख्यमंत्री राजे ने इस संबंध में निर्देश भी जारी कर दिए हैं कि सभी मंत्री और अधिकारी अपने वाहनों से तुरंत प्रभाव के साथ लाल बत्ती हटा लें।
लोकतंत्र में नही होनी चाहिए वीआईपी संस्कृति: परनामी
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के मंत्रियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के वाहनों से लाल बत्ती हटाने के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि इस देश में लोकतन्त्र है एवं लोकतन्त्र में वी.आई.पी. संस्कृति नही होनी चाहिए। लोकतन्त्र के मूल्यों को मजबूत करने के लिए हर भारतीय खास एवं हर भारतीय वी.वी.आई.पी. की तरह देखना एवं व्यवहार करना महत्वपूर्ण है। समानता का अधिकार सभी को है। सभी नागरिकों के रहन-सहन में एक रूपता दिखनी चाहिए।
मुख्यमंत्री राजे पहले दे चुकी है उदाहरण
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे सरकार बनने के पहले दिन से ही अपने सरकारी वाहन, लाल बत्ती एवं एस्कोर्ट का त्याग कर लोकतन्त्र में उत्कृष्ट उदाहरण दे चुकी है। भाजपा एवं भाजपा की सरकारें लक्ष्य अन्त्योदय, पथ अन्त्योदय, प्रण अन्त्योदय की भावना से कार्य कर रही है और यह लाल बत्ती हटाने का निर्णय उसी दिशा में एक ओर प्रभावी कदम है।