राजस्थान विधानसभा की 200 सीटों पर होने जा रहे चुनाव के लिए प्रचार अब आखिरी दिनों में है। सभी दिग्गज चुनाव प्रचार के आखिरी दौर में अधिक से अधिक रैलियां कर पार्टी के पक्ष में अच्छा माहौल तैयार करना चाहते हैं। जिससे मतदान के रूप में लोगों को भारी समर्थन प्राप्त हो सके। CM Raje
राजस्थान रण के लिए पिछले माह से मैराथन रैलियां कर रही प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने रविवार को जमवारामगढ़, लालसोट, कठूमर, बहरोड़, खण्डेला व चौमूं में भारतीय जनता के प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी रैलियों को संबोधित किया। चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए सीएम राजे ने कहा कि वे राज्य की जनता के बीच सबसे ज्यादा रहने वाली मुख्यमंत्री हैं। दरअसल, कांग्रेस ने मुख्यमंत्री राजे पर जनता से दूरी बनाए रखने का आरोप लगाया था। जिस पर राजे ने कांग्रेस को करारा जवाब दिया है। CM Raje
Read More: 5 years of Raje regime: Here’s why Rajasthan needs BJP’s comeback
मैं महारानी नहीं, मैं तो प्रदेश के लोगों की सेवादारनी हूं CM Raje
चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कांग्रेस को चुनौती दी है कि अगर उनसे ज्यादा जनता के बीच रहने वाला कोई दूसरा मुख्यमंत्री है तो वह उसका नाम बताए। सीएम राजे ने कहा कि कांग्रेस अपनी हार के बौखलाहट में यह आरोप लगा रही हैं कि मुख्यमंत्री जनता के बीच में नहीं रही। मुख्यमंत्री ने सीधा जवाब देते हुए कहा ‘कांग्रेस के नेता मुझे महारानी कहते हैं। मैं महारानी नहीं मैं तो प्रदेश के लोगों की सेवादारनी हूं।’ CM Raje
उन्होंने कहा कि राजस्थान में भाजपा की ही सरकार बनेगी। हमारी सरकार ने पहले भी प्रदेश के किसानों का कर्ज माफ किया है। हम आगे किसान भाइयों के हित में बड़े से बड़ा फैसला लेने में जरा भी देर नहीं लगाएंगे। सीएम राजे का आज सोमवार को पांच से ज्यादा जगह चुनावी सभा करने का कार्यक्रम है। CM Raje
जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2018 के लिए मतदान का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। प्रदेशभर में 7 दिसम्बर को एक साथ विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चुनावों का परिणाम 11 दिसम्बर को आना है। ऐसे में आखिरी दिनों में चुनाव-प्रचार बड़ा जोर-शोर से चल रहा है। CM Raje
कांग्रेस के नेता सत्ता में आने के लिए भाजपा सरकार की नीतियों और शासन में खामियां निकालने का काम कर रह हैं। जिससे जनता को बरगलाया जा सके। इस बार राजस्थान के रण में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस के अलावा जेडीयू, बीएसपी, लोकतांत्रिक जनता दल (लोजद) आम आदमी पार्टी, वाम दल आदि ने भी अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं।