मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का जादू राजस्थान के कौने कौने में देखने को मिल रहा हैं। विकास और प्रदेश की उन्नति की बात करने वाली मुख्यमंत्री राजे के नेतृत्व को धौलपुर की जनता ने स्वीकार किया हैं और कांग्रेस को अपना बोरिया-बिस्तर उठाकर धौलपुर छोड़कर जाने के लिए संकेत दिया। प्रदेश की सियासत में बीजेपी और कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बने धौलपुर विधानसभा उपचुनाव का नतीजा आखिर गुरुवार को आ ही गया। यहां हुई मतगणना के नतीजों में जीत भाजपा के पक्ष में रही। बीजेपी प्रत्याशी शोभारानी कुशवाहा ने भारी अंतर से कांग्रेस प्रतिद्वंदी बनवारी लाल शर्मा को शिकस्त दे दी।
शुरूआती रुझान से ही भाजपा रही आगे
सुबह आठ बजे से शुरू हुई मतगणना में शुरूआती रुझान से ही नतीजे बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में नज़र आये। शुरूआती टेबलों की काउंटिंग से ही दोनों प्रत्याशियों के वोटों में काफी अंतर रहा। सातवें राउंड तक की काउंटिंग में बीजेपी प्रत्याशी शोभारानी 17 हज़ार मतों तक आगे चल रहीं थीं। नौवें राउंड तक तो शोभारानी 20 हज़ार से भी ज़्यादा मतों तक आगे रहीं। इसी तरह से वे 10 वें राउंड में करीब 22 हज़ार और 11वें राउंड में करीब 26 हज़ार के भारी अंतर से आगे हो गईं थीं। 12वें राउंड तक ये अंतर 28 हज़ार के भी पार कर गया। अंत में ये जीत का सिलसिला जारी रहा हैं और 20वें राउंड तक यह अंतर बढ़कर 38 हजार 686 मतो तक पहुंच गया।
पार्टी में खुशी की लहर
जीत की घोषणा होते ही बीजेपी पार्टी समर्थकों और कार्यकर्ताओं में ख़ुशी की लहर दौड़ गई। मतगणना स्थल के बाहर कार्यकर्ताओं ने पटाखे छोड़ और एक दूसरे का मिठाई से मुंह मीठा कर जीत की बधाई दी। इधर, राजधानी जयपुर में भी भाजपा मुख्यालय पर जीत का जश्न मनाया गया।
गौरतलब है कि इस सीट पर पिछली बार बहुजन समाज पार्टी के बी एल कुशवाह जीते थे लेकिन एक हत्या के मामले में जेल जाने के कारण उनकी विधानसभा की सदस्यता समाप्त कर दी गयी। भाजपा ने इस उपचुनाव में उनकी पत्नी शोभारानी कुशवाह को उम्मीदवार बनाया। इसके लिए नौ अप्रैल को मतदान कराया गया था।
कांग्रेस ने लगा दिया पूरा दम
कांग्रेस पार्टी के लिए सत्ताधारी बीजेपी को हराकर जनमत उसे करारा झटका देने का सुनहरा मौका था। लिहाज़ा कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने की मंशा से पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी कई जगहों पर हुई सभाओं में शिरकत की थी।