मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खास और भाजपा के कद्दावर नेता डॉ. दिगम्बर सिंह का निधन का आज सुबह जयपुर के ईएचसीसी अस्पताल में निधन हो गया। आज सुबह 10:50 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली और दुनिया से विदा हो गए। 18 अक्टूबर यानि छोटी दिवाली को सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
बीस सूत्री कार्यक्रम (बीसूका) के उपाध्यक्ष दिगम्बर सिंह लंबे समय से पेनक्रियाज कैंसर से पीड़ित थे।उनके निधन की खबर सुनकर मुख्यमंत्री राजे भावुक हो गईं और अस्पताल पहुंची। खबर सुनते ही मुख्यमंत्री और मंत्री राजेन्द्र राठौड़ सहित भाजपा के कई आला मंत्री व पदाधिकारी भी अस्पताल पहुंचे। भाजपा के नेताओं के साथ कांग्रेस के नेताओं ने भी दिगम्बर सिंह की मृत्यु पर शोक जाहिर किया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस विधायक विश्वेन्द्र सिंह ने उनके निधन पर गहरी संवेदना जताई है। उनके निधन की खबर सुनकर भारतीय जनता पार्टी सहित पूरे भरतपुर में शोक की लहर दौड़ गई है।
उनकी असमायिक मौत से राजस्थान, भाजपा और भरतपुर जिले को क्षति पहुंची है। दिगम्बर सिंह किसान और गरीबों के प्रमुख नेता के तौर पर जाने जाते रहे हैं और मुख्यमंत्री राजे के काफी करीबी हैं। राजस्थान में पिछली भाजपा सरकार में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा उद्योग मंत्री रहे चुके डॉ. सिंह को 2015 में बीस सूत्री कार्यक्रम के आयोजन, क्रियान्वयन एवं समन्वय के लिए गठित राज्य स्तरीय समिति का उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया था। आपको बता दें कि पिछले कुछ ही समय में प्रदेश सरकार ने अपने 2 प्रमुख जाट नेताओं को खो दिया है। हाल ही में अजमेर से सांसद सांवर लाल जाट का भी निधन हुआ था।
डॉ. दिगम्बर सिंह भाजपा के कद्दावर नेता माने जाते हैं और बीजेपी राजस्थान सरकार के भूतपूर्व स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। दिगम्बर जैन का जन्म 1951 में भरतपुर जिले के बरखेड़ा फौजदार गांव में हुआ था। उन्होंने जोधपुर मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की और 1992 तक मैडिकल के सरकारी विभाग में कार्य किया। इसके बाद में उन्होंने राजनीति में जाने का फैसला किया और 1993 में पहली बार विधायक चुने गए। उसके बाद 12वीं एवं 13वीं विधानसभा में भी भाजपा विधायक बने।