जयपुर। यह तो सभी जानते है कि प्लास्टिक से हमारी सेहत को नुकसान पहुंचता है। प्लास्टिक की बोतल से पानी पीने से इसमें पाए जाने वालो केमिकल से कैंसर, पेट दर्द, कब्ज और याददाश्त पर काफी पर्क पड़ता है। भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक (एफएसएसएआई) ने आमजन की सेहत को ध्यान रखते हुए प्लास्टिक की बोलत से पानी पिलाने पर बैन कर दिया है। इसके तहत प्लास्टिक की बोतलों का महंगा पानी होटल्स और रेस्टोरेंट संचालक सर्व नहीं कर सकेंगे। अब होटल्स और रेस्टोरेंट को पेपर सील्ड रि-यूजेबल ग्लास की बोतल में पानी ग्राहकों को देना पड़ेगा।
फूड सेफ्टी कमिश्नर, होटल एसोसिएशन को लिखा पत्र
एफएसएसएआई के संयुक्त निदेशक (रेग्यूलेट्री कॉम्पीलिएंस) प्रवीण जारगर ने आदेश जारी किया है। प्रवीण जारगर ने राजस्थान सहित देश के सभी फूड सेफ्टी कमिश्नर, होटल एसोसिएशन को पत्र लिखकर नियमों की पालना के लिए लिखा है। इससे पर्यावरण को बयाने में मदद मिलेगी और इसके साथ ही सील्ड पानी के नाम मनमानी लूट पर भी लगा लगेगा।
क्यों खतरनाक है प्लास्टिक की बोतल
पानी वाली प्लास्टिक बोतलों में तापमान ज्यादा होने या पानी के गरम होते ही खतरनाक हानिकारक तत्व निकलते हैं। यह तत्व पानी के साथ हमारे पेट में पहुंच जाते हैं। इसलिए पानी पीने के लिए स्टेनलेस स्टील या एल्युमिनियम की बोतलें ही अच्छी है।
अब प्लास्टिक नहीं बांस की बोतल में पीएं पानी
केंद्र की मोदी सरकार सिंगल यूज प्लास्टिक बंद करने के बाद अब एक नया विकल्प खोज लिया है। एमएसएमई मंत्रालय के अधीन कार्यरत खादी ग्रामोद्योग आयोग ने बांस की बोतल का निर्माण किया है, जो प्लास्टिक बोतल की जगह इस्तेमाल होगी। बुधवार को केंद्री मंत्री नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम के दौरान इस बोतल को लॉन्च कर दिया।
कीमत 300 रुपए से शुरू
बताया जा रहा है कि बांस की यह बोतल तकरीबन 750 एमएल होगी. इसकी कीमत 300 रूपये से शुरू होगी। ये बोतले पर्यावरण अनुकूल होने के साथ साथ टिकाऊ भी हैं। खादी स्टोर में इन बोतलों की विक्री दो अक्टूबर से शुरू होगी।