भारत ऐसे देशों में शुमार है, जहां शिशु मृत्युदर वैश्विक औसत से कहीं ज्यादा हैं। प्रदेश में विभिन्न कारणों से हर साल सैंकड़ो नवजात शिशुओं की मृत्यु होती है। कुपोषण इन मौतों का बड़ा कारण है और मां का दूध न मिल पाना कुपोषण की सबसे बड़ी वजह है। ऐसे में मदर मिल्क बैंक इन शिशुओं के लिए मां का ही एक रूप साबित हो रहे हैं।
प्रदेश के भविष्य को कुपोषण के बचाने की पहल
राजस्थान सरकार ने प्रदेश के भविष्य को कुपोषण से बचाने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई हैं। इनमें मदर मिल्क बैंक प्रमुख तौर पर राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में से एक हैं। राजे सरकार ने भरतपुर में देश का पहला सामुदायिक मदर मिल्क बैंक खोला हैं। इससे पहले एसएमएस मेडिकल कालेज जयपुर एवं आरएनटी मेडिकल कालेज उदयपुर में मदर मिल्क बैंक संचालित किए जा रहे हैं। भरतपुर में स्थापित सामुदायिक मदर मिल्क बैंक देश का ऐसा पहला मदर मिल्क बैंक हैं जहां समाज के किसी भी नवजात को स्वस्थ रखने के लिए मदर मिल्क उपलब्ध करवाया जाएगा।
10 जिलों में खोले जाएंगे मदर मिल्क बैंक
राज्य सरकार ने प्रदेश के बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए 10 जिलों में मदर मिल्क बैंक खोलने की योजना बनाई। इन मदर मिल्क बैंकों के संचालन के लिए चिकित्सा एंव स्वास्थ्य विभाग ने करीब 100 कार्मिकों को मदर मिल्क एसोसिएशन ऑफ इंडिया के विशेषज्ञों से तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया।
हर बच्चे को मिले मां का दूध
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान के भविष्य को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के सभी नवजातों को मां के दूध की पूर्ती करने के लिए 10 जिलों में मदर मिल्क बैंक खोलने की घोषणा की। मुख्यमंत्री राजे ने राजस्थान के चित्तोडगढ़, बूंदी, बांरा, टोंक, भरतपुर, अलवर, चूरु, ब्यावर, भीलवाडा और बांसवाडा में 10 मदर मिल्क बैंक स्थापित करने की योजना प्रगतीशील हैं। वर्तमान में राजस्थान सरकार ने जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज आरएनटी मेडिकल कालेज उदयपुर में मदर मिल्क बैंक कार्यरत हैं।
देश का पहला सामुदायिक मदर मिल्क बैंक
सरकारी क्षेत्र में देश का पहला सामुदायिक मदर मिल्क बैंक भरतपुर में खोला जा रहा हैं। भरतपुर में स्थित राजकीय जनाना अस्पताल में कम्युनिटी मदर मिल्क बैंकिंग सुविधा का गुरुवार से शुभारंभ हुआ। अब तक भरतपुर में मात्र क्लिनिकल मदर मिल्क बैंकिंग सुविधा आमजन को पिछले तीन माह से उपलब्ध करवाई जा रही थी। सामुदायिक मदर मिल्क बैंकिंग की सुविधा शुरु होने से जिले का कोई भी नवजात अब मां के दूध की उपलब्धता से वंचित नही रहेगा। मदर मिल्क बैंक के ज़रिए जरुरत मंद नवजात को मां का दूध निशुल्क उपलब्ध करवाया जाएगा। राजकिय क्षेत्र में यह देश का पहला मदर मिल्क बैंक होगा जहां समाज के किसी भी वर्ग के बच्चे को स्वस्थ रखने के लिए निशुल्क मां का दूध उपलब्ध करवाया जाएगा। सामुदायिक मदर मिल्क बैंकिंग से किसी भी नवजात को फॉर्मुला दूध, गाय, बकरी या अन्य किसी प्रकार का दूध पिलाने की मजबूरी नही रहेगी।