भंवरी देवी जिंदा है ! हत्याकांड की मुख्य आरोपी इस महिला ने किया ऐसा खुलासा जिसने सबकों चौंका दिया

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    राजस्थान के कई रसूखदारों और राजनीतिक परिवारों को लिए काल बन आई भंवरी देवी के बारें में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है हाल ही में गिरफ्तार भंवरी देवी हत्याकांड की सूत्रधार इंद्री विश्नाई ने। इंद्रा देवी को भंवरी देवी हत्याकांड की रिमांड अवधी समाप्त होने के बाद न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रवीण चौधरी के सामने पेश किया गया था जहां से उसे जेल भेज दिया गया।



    इंद्रा विश्नोई ने किया खुलासा, 4 जुलाई तक जेल

    हार्डकोर महिला अपराधी इंद्रा विश्नोई कोर्ट रूम से शांत थी लेकिन इस बीच एक पत्रकार ने भंवरी हत्याकांड के बारे सवाल पूछा जिसका जवाब सुनकर पुलिस और पत्रकारों के होश ठिकाने लग गए। जब पत्रकार ने सवाल किया कि क्या भंवरी जिंदा है? तो इंद्रा भी अपनी हंसी रोक नहीं पाईं और कटाक्ष करते हुए कहा हां जिन्दा है। इस पर पत्रकार ने दूसरा सवाल दागा कि क्या जो हड्डियां मिलीं वह भंवरी की नहीं? इस पर इंद्रा फिर मुस्कुराई और फिर कटाक्ष किया कि नहीं वह हड्डियां भंवरी की नहीं। आपको बता दें कि दुनिया की सबसे बड़ी अमेरिकन जांच एजेंसी एफबीआई ने नहर में मिली हड्डियों और भंवरी के बालों के डीएनए के मिलान में दोनों के डीएनए मिलने की पुष्टि कर चुका है।



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    5 सालों के बाद एटीएस ने किया था गिरफ्तार

    करीब साढ़े पांच सालों से फरार भंवरी देवी हत्याकांड की मुख्य आरोपी इंद्रा को एटीएस ने गिरफ्तार कर सीबाआई के हवाले किया था। रिमाण्ड पूरी होने के बाद इन्द्रा को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया। पेश किए जाने के दौरान इन्द्रा के चेहरे पर तनाव की लकीरे स्पष्ट दिखाई दे रही थीं, लेकिन जैसे ही सीबीआई ने कोर्ट में इन्द्रा को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने का प्रार्थना पत्र पेश किया, इन्द्रा के होठों पर मुस्कान दौड़ गई।



    जेल में मिलेगी इंद्रा विश्नोई की चिकित्सा व्यवस्था

    कोर्ट में इन्द्रा की ओर से मजिस्ट्रेट को बताया गया कि उस पर किसी ने काला जादू किया और कोई भूत प्रेत का साया है, जिसके चलते इंद्रा के अधिवक्ता ने इंद्रा का इलाज किसी अच्छे मनोरोग चिकित्सक से करवाने की गुहार लगाई गई। जिस पर मजिस्ट्रेट ने इंद्रा को चिकित्सा सुविधा देने का आदेश जेल प्रशासन को दिया। सीबीआई ने कोर्ट में सबको उस वक्त चैका दिया जब इंद्रा को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने का प्रार्थना पत्र पेश कर दिया। खुद इंद्रा और उसके अधिवक्ता भी उस समय हैरान रह गए जब आगे रिमाण्ड नहीं मांगा गया। कोर्ट ने इंद्रा को सीबीआई की अर्जी पर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। ।

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