अपनी जनता के सामाजिक, आर्थिक और स्वास्थ्य के क्षेत्र में निरंतर बेहतरी से काम करने वाली राजस्थान सरकार ने फिर एक बार विश्व स्तर पर सराहना पाई है। अभी हाल ही में 19 जुलाई 2017 को न्यूयॉर्क स्थित विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा ’ग्लोबल टोबैको एपिडिमिक-2017’ रिपोर्ट जारी की गई है। इस रिपोर्ट में तम्बाकू नियंत्रण की दिशा में बेहतरी से आगे बढ़ने वाले दुनिया के प्रथम 100 शहरों को शामिल किया गया है। राजस्थान की राजधानी जयपुर को भी इन शीर्ष शहरों में जगह मिली है। इस सूची में भारत के कुल 13 शहरों को शामिल किया गया है। गौतलब है कि डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में होने वाली हर 10 मौत में से एक मौत तंबाकू के कारण ही होती है। हर साल करीब 70 लाख लोग दुनियाभर में तंबाकू सेवन के कारण मरते हैं।
सरकार के प्रयासों का परिणाम है यह:
राजस्थान सरकार ने प्रदेश में तम्बाकू नियंत्रण के लिए एक महाअभियान चलाया था। सरकार के प्रयासों का नतीजा है जो जयपुर इस सूची में शामिल हुआ। राजस्थान के चिकित्सकों व सामाजिक संस्थाओं ने तम्बाकू व अन्य धूम्रपान उत्पादों की रोकथाम के लिए सतत प्रयास किए। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री, प्रमुख शासन सचिव और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक की और सेे तंबाकू व दूसरे धूम्रपान उत्पादों की रोकथाम के लिए प्रदेशभर में निरंतर किये जा रहे प्रयासों के कारण ही जयपुर शहर में तम्बाकू पर नियंत्रण हो पाई है। राजस्थान में कैंसर रोग विशेषज्ञों की और से ”वायॅस ऑफ टोबेको विक्टिम”(वीओटीवी) अभियान भी चलाया जा रहा है। इसमें चिकित्सकों की ओर से निंरतर आमजन को तंबाकू एवं धूम्रपान सेवन से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
देश में तम्बाकू सेवन करने वालों की संख्या 6 फीसदी घटी:
अभी करीब महीनेभर पहले जारी की गई ग्लोबल एडल्ट्स टोबैको सर्वे (गेट्स-2)-2017 की रिपोर्ट के अनुसार भारत में पिछले सात वर्षो में तंबाकू का सेवन करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या में छह फीसदी की गिरावट आई है। देश में यह संख्या 34.6 से घटकर 28.6% रह गई है। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा विभिन्न तरीकों से देश के जन-जन में जागरूकता बढ़ाने, तंबाकू उत्पादों के प्रचार-प्रसार पर रोक लगाने के बाद सात साल के अंदर देश के 81 लाख उपभोक्ताओं ने तंबाकू छोड़ा है।
तम्बाकू के नुकसान के प्रति जागरूक किया सरकार ने:
राजस्थान सरकार ने तंबाकू के इस्तेमाल और रक्षात्मक नियमों की निगरानी रखकर, तंबाकू छोड़ने के लिए लोगों को सहायता देकर, तंबाकू से खतरों के प्रति लोगों को आगाह करके, तंबाकू उत्पादों पर टैक्स की दर बढ़ाकर, ग्राम पंचायत स्तर पर रैली का आयोजन कर, एक दिन का विशेष अभियान, प्रदेश के सभी पुलिसथाना परिसर तंबाकू मुक्त बनाकर, तंबाकू छोड़ने वालों के लिए निःशुल्क चिकित्सा सेवा व बच्चों के द्वारा अपने अभिभावकों से तंबाकू नियंत्रण करने की अपील को लागू कर सरकार ने जन-जन को तम्बाकू के नुकसान के प्रति जागरूक किया है।