जयपुर। प्रदेश के अलवर जिले के बहरोड़ पुलिस थान पर एके—47 और अत्याधुनिक हथियारों से ताबड़तोड़ फायरिंग कर कुख्यात अपराधी विक्रम उर्फ पपला गुर्जर को छुडाने जाने के मामले में एसओजी ने चार्जशीट पेश की है। 60 दिन बाद कोर्ट में 31 हजार पेज की चार्जशीट में 23 मुल्जिम शामिल हैं। पुलिस ने पपला सहित 9 आरोपियों के खिलाफ जांच लंबित रखते हुए उनके खिलाफ अभी चालान पेश नहीं किया है। उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
प्रत्येक मुल्जिम के खिलाफ 1350 पेज की चार्जशीट
प्रकरण में एसओजी ने 23 मुल्जिमों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148,149, 307, 324, 325, 332, 353, 212, 213, 427, 459, 460, 120बी, 34, 7/27 आम्र्स एक्ट, 3 पीडीपीपी एक्ट के तहत चार्जशीट पेश की है। प्रत्येक मुल्जिम के खिलाफ करीब 1350 पेज की चार्जशीट तैयार की गई है। इस हिसाब से कुल चार्जशीट करीब 31 हजार पेज है।
यह था मामला
बता दें कि 5 सितंबर की देर रात बहरोड़ पुलिस ने हाइवे चौक से हरियाणा के महेन्द्रगढ़ जिले के खैरोली गांव निवासी कुख्यात अपराधी विक्रम उर्फ पपला को 31.90 लाख रुपए के साथ पकड़ा था। पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से 6 सितम्बर की सुबह करीब पौने 9 बजे बहरोड़ थाने में डेढ दर्जन से ज्यादा हथियारबंद बदमाश घुसे और एके-47, कार्बाइन व पिस्टल से फायरिंग कर अपने साथी पपला गुर्जर को हलावात से छुड़ा ले गए थे।
राजस्थान पुलिस की हुई थी किरकिरी
विक्रम उर्फ पपला की फरारी कांड में राजस्थान पुलिस की काफी किरकिरी हुई थी। पपला की फरारी में बहरोड़ थाने के पुलिसकर्मियों की मिलीभगत सामने आई थी। बाद में पुलिस मुख्यालय ने इस मामले में सख्ती बरतते हुए कई अधिकारियों को निलंबित कर दिया था। वहीं पूरे थाने के पुलिसकर्मियों को वहां से हटा दिया गया था।