राजस्थान कृषि के लिहाज से देश का अग्रणी राज्य है कम सिंचाई युक्त पानी होने के कारण भी राजस्थानियों ने रिकॉर्ड फसलों का पैदावार किया है। पानी नही होने के बाद भी राजस्थान के किसानों का रूझान अब मत्स्य पालन में बढ़ा है। किसान मछलियों से अपना व्यापार बढ़ा रहे है साथ ही अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे है। किसानों के लिए राज्य सरकार ने मत्स्य पालन को बढ़ावा दिया है।
राजे सरकार दे रही है मत्स्य पालन को बढ़ावा
राजे सरकार मत्स्य पालन पर अनुदान देकर किसानों को प्रोत्साहित कर रही है। अब राजस्थान में एग्रो ट्युरिज्म में भी पहचान मिलने लगी है। राजस्थान में कृषि तकनीकों के बढ़ते प्रयोग ने दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किय है जिसके कारण यहां एग्रो पर्यटन को बढ़ावा मिला है। एग्रो ट्युरिज्म को बढ़ावा देने के लिए अब टोंक जिले में स्थित बनास नदी पर बने बीसलपुर बांध पर स्पॉट फिशिंग की शुरुआत की जा रही है।
बीसलपुर में स्पॉट फिशिंग होगी शुरू
मत्स्य विभाग के मंत्री प्रभुलाल सैनी ने बताया कि प्रदेश में एग्रो ट्यूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए बीसलपुर बांध पर स्पॉट फिशिंग शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस तरह का प्रयोग प्रदेश में पहली बार किया जा रहा है।
देश में होगा ऐसा पहला प्रयोग
मंत्री सैनी ने कहा कि बीसलपुर बांध पर रंगीन मछलियों का ब्रीडिंग सेंटर और एक्वेरियम बनाया जा रहा है। यहां न केवल विभिन्न देशी और विदेशी नस्ल की मछलियों को एक्वेरियम में प्रदर्शित किया जाएगा, बल्कि यहां प्रजनन भी होगा। उन्होंने बताया कि इन दिनों देश और प्रदेश में रंगीन मछलियों के एक्वेरियम की मांग बढ़ रही है, ऐसे में यहां की मांग की पूर्ति बीसलपुर बांध से की जा सकेगी। यहां प्रजनन केन्द्र खुलने से सस्ती दरों पर मछलियां मिल सकेंगी।